अशोक लेलैंड को आगामी महीनों में एचसीवी खंड में सुधार की उम्मीद
देश की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड ने इस वित्त वर्ष में कमर्शियल व्हीकल बिजनेस में खासी उपलब्धि हासिल की है। बता दें कि अशोक लेलैंड ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। वहीं विगत वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान कंपनी को 11 करोड़ का नुकसान हुआ। कंपनी को इस वित्त वर्ष में होने वाले 6 करोड़ के विशुद्ध लाभ के पीछे सीवी उद्योग में व्यापक आर्थिक सुधार और स्वस्थ मांग रही है। इसके अलावा निर्माण और खनन जैसे क्षेत्रों में वृद्धि, अनुकूल वित्त पोषण और बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं के लिए पूंजी निवेश जैसे कारण रहे हैं। आइए, जानते हैं अशोक लेलैंड के बिजनेस में हुई इस वृद्धि की साल दर साल तुलनात्मक रिपोर्ट क्या कहती है?
मध्यम और भारी कमर्शियल वाहन खंड में होगा सुधार
बता दें कि अशोक लेलैंड की चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आए जबर्दस्त उछाल को देखते हुए कंपनी काफी उत्साहित है। इस संबंध में हिंदुजा के कार्यकारी धीरज का कहना है कि आने वाले समय में अशोक लेलैंड मीडियम और हैवी कमर्शियल व्हीकल्स खंड में सुधार का नेतृत्व करेगा। उसके आर्थिक वातावरण में लगातार सुधार हो रहा है। निर्माण और खनन जैसे प्रमुख क्षेत्रों के लिए कंपनी के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में इजाफा हो रहा है। यदि इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में हुए कारोबार की समीक्षा की जाए तो वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में 4,814 करोड़ रुपये के मुकाबले 5,535 करोड़ रुपये रहा। यही नहीं सीवी उद्योग के आर्थिक एनवायरमेंट में इंप्रूवमेंट आ रहा है।
वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बेची 16,667 इकाइयां
बता दें कि अशोक लेलैंड कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के माह अक्टूबर से दिसंबर तक की तीसरी तिमाही में 6 करोड़ रुपये का विशुद्ध लाभ अर्जित किया है। यदि इसके एमसीवी/एचसीवी की बिक्री की बात करें तो यह इस अवधि में 16,667 यूनिट रही जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी समान अवधि में 14,468 यूनिट एम-एचसीवी बिके। वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए कंपनी के घरेलू वाणिज्यिक वाहनों की मात्रा 14,233 इकाई रही। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के दौरान 15,991 थी जो सेमी -कंडक्टर की कमी से के कारण रही। इसी तरह 3,177 इकाइयों पर इसी वित्त वर्ष के लिए निर्यात की मात्रा वर्ष 2020 की तुलना में 8 प्रतिशत ज्यादा थी यानि 2020 में 2,941 वाहनों का निर्यात हुआ था।।
आईसीवी सीएनजी सहित टिपर रेंज में ट्रक लांच किए
अशोक लेलैंड की वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ की स्थिति इसीलिए भी रही क्योंकि कंपनी ने आईसीवी सीएनजी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अशोक लेलैंड ने हाल ही में अत्यधिक सफल ईकोमेट प्लेटफार्म पर आधारित सीएनजी से पहला ट्रक इकोमेट स्टार पेश किया है। कंपनी की सीएनजी रेंज के अंतर्गत चालू वर्ष की चौथी तिमाही में वाहन लांच करने की योजना है। इस सेगमेंट में अशोक लेलैंड की उपस्थिति को और अधिक मजबूत करेगा। तिमाही के दौरान कंपनी ने मल्टी एक्सल और टिपर रेंज में ट्रक लांच किए। इनको ग्राहकों ने खूब पसंद किया है।
एमएचसीवी बाजार में बढ़ी हिस्सेदारी
अशोक लेलैंड के सालाना कारोबार के दौरान जिस तरह से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहनों सहित घरेलू वाहनों की बिक्री बढ़ी उससे कंपनी का दिसंबर तक शुद्ध कर्ज घटकर 2,667 रह गया। इस तिमाही में कंपनी ने 415 करोड़ रुपये की नकदी उत्पन्न की। इसके परिणामस्वरूप अशोक लेलैंड की एमएचसीवी बाजार में हिस्सेदारी में क्रमिक रूप से वृद्धि सामने आई है। यह 3.6 से बढ़कर 26.1 प्रतिशत तक सुधर गई।
क्या आप नया ट्रक खरीदना, डीज़ल ट्रक, पेट्रोल ट्रक, इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन या पुराना ट्रक बेचना चाहते हैं, किफायती मालाभाड़ा से फायदा उठाना चाहते हैं, ट्रक लोन, फाइनेंस, इंश्योरेंस, अपना ट्रक चुनें व अन्य सुविधाएं बस एक क्लिक पर चाहते हैं तो देश के सबसे तेजी से आगे बढ़ते डिजिटल प्लेटफार्म ट्रक जंक्शन पर विजिट करें और अपने फायदे की हर बात जानें।
ट्रक इंडस्टी से संबंधित नवीनतम अपडेट के लिए हमसे जुड़ें -
FaceBook - https://bit.ly/TruckFB
Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
Youtube - https://bit.ly/TruckYT