जानें, इस बार आम बजट 2025–26 में ऑटो सेक्टर को क्या होगा लाभ
Budget 2025 : केंद्र सरकार की ओर से ऑटोमाबाइल सेक्टर के लिए भी एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। इस केंद्रीय बजट में (Union Budget 2025) वित्त मंत्री सीतारमण ने ईवी वाहनों (EV vehicles) को सस्ते करने की घोषणा की है। इससे ईवी वाहनों की लागत में कमी आएगी और आम जनता को सस्ते ईवी वाहन का लाभ मिल सकेगा।
सरकार की यह ईवी वाहनों पर की गई घोषणा से बताती है कि सरकार ईवी सेक्टर (EV Sector) को बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। सरकार की इस पहल से आम जनता के साथ ही ऑटो कंपनियों को भी फायदा होगा। घोषणा के तहत ईवी वाहनों में लगने वाली बैटरी की निर्माण लागत को कम करने की बात कही गई है जिससे ईवी वाहनों के सस्ते होने की उम्मीद है।
कैसे कम होगी ईवी वाहनों की बैटरी की लागत
केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट 2025–26 (Budget 2025–26) में की गई घोषणा के अनुसार सरकार ने कोबाल्ट, लिथियम– आयन, लिथियम-आयन बैटरी स्क्रैप, लेड, जिंक सहित 12 अन्य उपयोगी खनिजों पर से बेसिक कस्टम ड्यूटी (बीसीडी) को हटा दिया है। यह चीजें बैटरी, सेमीकंडक्टर व रिन्यूएबल एनर्जी उपकरणों के निर्माण में काम आती हैं। इन उपकरणों पर से बेसिक कस्टम ड्यूटी हट जाने से ईवी वाहनों में लगने वाले बैटरी की लागत कम आएगी जिससे ईवी वाहनों की बैटरी (EV Vehicle Battery) सस्ती होगी। इसका असर ईवी वाहनों पर पडे़गा, ऐसे में माना जा रहा है कि बैटरी सस्ती होने से ईवी वाहन (EV vehicles) भी सस्ते होंगे।
इन चीजों को आयात करना होगा सस्ता (Budget 2025 Update)
बजट 2025 (Budget 2025) में ईवी वाहनों में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी के निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली 35 अन्य सामग्री और मोबाइल फोन बैटरी मैन्युफैक्चरिंग के लिए 28 चीजों को टैक्स फ्री किया गया है। इससे अब कंपनियां अतिरिक्त टैक्स लगाए बिना बैटरी के निर्माण में काम आने वाली इन जरूरी मशीनों और चीजों को आसानी से आयात कर सकेंगी। इन सामग्रियों से टैक्स हटाने के पीछे सरकार का उद्देश्य लोकल बैटरी निर्माण को बढ़ावा देना है। इससे देश की अन्य देशों पर आयात निर्भरता कम होगी और इसका फायदा ईवी वाहन निर्माता कंपनियों को होगा।
बैटरी की लागत कम होने से सस्ते होंगे ईवी वाहन
केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट 2025 (Budget 2025) में ईवी बैटरी विनिर्माण से जुड़ी 35 पूंजीगत वस्तुओं को छूट दी गई हैं, इससे घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। इससे ईवी वाहनों की कीमत (EV Vehicles Price) कम हो सकती है और लोगों को ईवी वाहन पहले से सस्ते मिल सकते हैं। हालांकि यह कंपनी के ऊपर निर्भर है कि वे अपने ईवी वाहनों की लागत कम करने में कितनी सफल होती है ताकि लोगों को सस्ते ईवी वाहन का लाभ मिल सके। ईवी वाहन में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी की लागत कम होने से इलेक्ट्रिक वाहन सस्ते होंगे जिससे उनकी बिक्री में भी बढ़ोतरी होगी जिसका सीधा फायदा ईवी वाहन निर्माता कंपनियों को मिलेगा। बता दें कि ईवी वाहन में बैटरी की अधिक कीमत इलेक्ट्रिक वाहन की लागत को बढ़ा देती है। ऐसे में अब बैटरी के निर्माण में कम लागत आने से ईवी वाहन सस्ते हो सकते हैं। बता दें कि ईवी वाहनों में ईवी टू व्हीलर में जैसे– ईवी बाइक, ईवी स्कूटी, थ्री व्हीलर में ईवी रिक्शा, फार व्हीलर में ईवी कारें, ईवी बसें, ईवी पिकअप, ईवी ट्रक, ईवी ट्रैक्टर आदि आते हैं।
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