इंजन ओवरहीटिंग कैसे रोकें : रखें इन बातों का ध्यान
कमर्शियल वाहनों में इंजन ओवरहीटिंग एक आम समस्या है, जो वाहन की परफॉर्मेंस और लाइफस्पैन पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। जिसका एक मुख्य कारण कूलिंग सिस्टम में गड़बड़ी भी हो सकती है, जिससे इंजन से गर्मी बाहर नहीं निकल पाती। कूलिंग सिस्टम में लीकेज, वॉटर पंप की खराबी, रेडिएटर की समस्या, कम इंजन ऑयल लेवल या थर्मोस्टेट फेल्यर जैसी प्रॉब्लम इंजन ओवरहीटिंग की वजहें हो सकती हैं।
कूलिंग सिस्टम में लीकेज
कमर्शियल वाहनों के कूलिंग सिस्टम का मुख्य काम इंजन की गर्मी को कंट्रोल में रखना होता है। कूलेंट के सिस्टम से लीकेज होने पर इंजन के तापमान में वृद्धि होने लगती है और इंजन भी ज्यादा गर्म हो जाता है। कूलेंट की लीकेज हौसपाइप, रेडिएटर या गैसकेट से हो सकता है, जिससे ओवरहीटिंग का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए समय-समय पर कूलिंग सिस्टम की जांच करना और मेंटेनेंस करना बेहद जरूरी है।
वॉटर पंप की खराबी
वॉटर पंप कूलेंट को इंजन के चारों ओर घुमाने में मदद करता है। अगर वॉटर पंप में खराबी आ जाए, तो कूलेंट का प्रवाह रुक जाता है, जिससे इंजन ओवरहीट हो सकता है। कमर्शियल वाहनों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, इसलिए पंप की जांच करते रहना और इम्पेलर की स्थिति पर ध्यान देना आवश्यक है।
रेडिएटर की समस्या
रेडिएटर वाहनों के कूलिंग सिस्टम का प्रमुख हिस्सा होता है, जो इंजन से आने वाली गर्मी को ठंडा करता है। अगर रेडिएटर में अवरोध हो या रेडिएटर के पंख खराब हो जाएं, तो कूलेंट सही तरीके से ठंडा नहीं हो पाएगा। इससे इंजन का तापमान बढ़ जाता है और ओवरहीटिंग की समस्या खड़ी हो जाती है। इसलिए रेडिएटर की रेगुलर जांच और उसकी सफाई जरूरी है।
इंजन ऑयल का कम स्तर
इंजन ऑयल वाहन के मूविंग पार्ट्स को लुब्रिकेट करके घर्षण को कम करता है। कमर्शियल वाहनों में अगर इंजन ऑयल का लेवल कम हो जाता है, तो इंजन के पार्ट्स के बीच घर्षण में वृद्धि हो जाती है और इससे ज्यादा गर्मी पैदा होती है और इंजन ओवरहीट हो जाती है। कम ऑयल होने से इंजन को नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है। इंजन ऑयल के लेवल की रेगुलर जांच करके इस समस्या से बचा जा सकता है।
थर्मोस्टेट में खराबी
इंजन के तापमान को कंट्रोल करने के लिए थर्मोस्टेट बेहद महत्वपूर्ण है। अगर थर्मोस्टेट ठीक से काम नहीं कर रहा हो तो कूलेंट का प्रवाह रुक जाता है और इंजन भी ज़्यादा गरम हो सकता है। थर्मोस्टेट के फेल्यर से बचने का सबसे अच्छा तरीका कूलिंग सिस्टम के रखरखाव को नियमित करना जरूरी है। साथ ही कूलेंट के लिक्विड को भी समय समय पर चेंज करना है। इस प्रकार कमर्शियल वाहनों में इंजन ओवरहीटिंग की समस्या को रोका जा सकता है, जिससे वाहनों की लाइफ बढ़ती है और उसका परफॉर्मेंस बेहतर होता है।
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