कंपनी का दावा-स्मार्ट थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक कार्गो बिना बैटरी बदले 10 साल तक चलेगा
क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों सहित ऑटोमोबाइल्स कंपनियां क्यों इतने प्रयास कर रही हैं? क्यों एक के बाद एक कंपनियां ईवी निर्माण के लिए आगे आ रही हैं। भारत में डीजल और पेट्रोल वाहनों के संचालन से फैल रहे प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का एकमात्र उपाय इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी वाहनों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना है। बता दें कि भारत में वाहन प्रदूषण से चिंतित होकर हैदराबाद निवासी श्रीनिवास ने यूएसओ की टेस्ला कंपनी में सीनियर आईटी मैनेजर की नौकरी छोड दी और वापस अपने देश आकर स्टार्टअप शुरू किया। आज इनका स्टार्टअप अन्य कंपनियों के लिए एक उदाहरण बन चुका है। इन्होंने कन्वर्जन किट तैयार करने का काम शुरू किया जिससे ईवी को बढ़ावा मिल रहा है। आइए, जानते हैं श्रीनिवास की इस मुहिम की बारीकियां और इनके इनोवेशन की पूरी कहानी।
इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र को समृद्ध बना रहे श्रीनिवास
बता दें कि श्रीनिवास आज भारत के उन स्टार्टअप संचालकों के लिए एक नजीर बन गए हैं जो इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में अपना योगदान कर रहे हैं। उन्होंने सन् 2017 में टेस्ला के सीनियर आईटी मैनेजर पद से त्यागपत्र दिया और भारत आकर पेट्रोल, डीजल एवं सीएनजी से चलने वाले वाहन ऑटो को इलेक्ट्रिक सेगमेंट में बदलने के लिए कन्वर्जन किट तैयार करने लगे। 49 वर्षीय श्रीनिवास ने अपने 26 वर्ष के करियर में करीब 20 देशों की विभिन्न टॉप कंपनियों में कार्य किया। इसके बाद वे यूएसए की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टेस्ला में सीनियर आईटी मैनेजर बने। यहां कार्य करते हुए उन्हे भारत में फैल रहे प्रदूषण की चिंता हुई। उन्होंने संकल्प किया कि वे एक दिन इस समस्या के लिए अपने देश में नया काम शुरू करेंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए श्रीनिवास ने कन्वर्जन किट तैयार करने का स्टार्टअप शुरू किया। इसका नाम जीरो-21 रिन्युएबल एनर्जी सॉल्यूशंस है। आज यह इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है।
बिना बैटरी के ई-कार्गो 10 साल तक चलने का दावा
बता दें कि श्रीनिवास का दावा है कि उनके स्टार्टअप का पहला उत्पाद स्मार्ट थ्री व्हीलर बिना बैटरी के 10 साल तक चल सकता है। इसकी क्षमता 350 से 400 किलोग्राम माल ले जाने की है। यह कार्गो 160 एएच लिथियम ऑयन फास्फेट बैटरी से संचालित है। इसे एक बार पूरी तरह से चार्ज करने पर 120 से 130 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इसकी अधिकतम स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा है। वहीं कंपनी का यह भी दावा है कि इसे अंतिम मील के डिलीवरी में लाया जा सकता है।
महज तीन घंटे में कोई भी वाहन इलेक्ट्रिक में बदल सकता है
बता दें कि श्रीनिवास की कंपनी पेट्रोल, डीजल या सीएनजी इंजन वाले वाहनों को मात्र तीन घंटे में इलेक्ट्रिक सेगमेंट में बदला जा सकता है। इसके लिए कंपनी ने अपने रिसर्च एंड डवलेपमेंट हाउस से इलेक्ट्रिक रेट्रोफिटिंग किट विकसित की है। इससे 3-4 घंटों में एक साधारण ऑटो को इलेक्टिक में बदला जा सकता है। दिल्ली सरकार द्वारा हाल ही इलेक्ट्रिक रेट्रोफिटिंग किट को कानूनी रूप से वैध बनाने के बाद कंपनी रेट्रोफिटिंग किट को कानूनी रूप से वैध बनाने के बाद , कंपनी भारत मेें एक प्रमाणित कंपनी रेट्रोफिटिंग के रूप में पंजकृत की हुई है।
परंपरागत वाहनों को ईवी में बदलना किफायती
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीरो 21 के संचालक श्रीनिवास का मानना है कि इलेक्ट्रिक रेट्रोफिटिंग किट से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की गति लगातार बढ़ रही है। यह किट किफायती भी होती है। वहीं इन वाहनों के साथ सर्विस की वारंटी भी दी जाती है जो एक नया वाहन खरीदने जैसा ही होता है।
क्या आप नया ट्रक खरीदना, डीज़ल ट्रक, पेट्रोल ट्रक, इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन या पुराना ट्रक बेचना चाहते हैं, किफायती मालाभाड़ा से फायदा उठाना चाहते हैं, ट्रक लोन, फाइनेंस, इंश्योरेंस, अपना ट्रक चुनें व अन्य सुविधाएं बस एक क्लिक पर चाहते हैं तो देश के सबसे तेजी से आगे बढ़ते डिजिटल प्लेटफार्म ट्रक जंक्शन पर विजिट करें और अपने फायदे की हर बात जानें।
ट्रक इंडस्टी से संबंधित नवीनतम अपडेट के लिए हमसे जुड़ें -
FaceBook - https://bit.ly/TruckFB
Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
Youtube - https://bit.ly/TruckYT