महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन से मिलेगा जम्मू- कश्मीर युवाओं को स्वरोजगार
इन दिनों केंद्र और जम्मू-कश्मीर राज्य सरकार यहां के युवाओं को मुख्यधारा से जोडऩे के लिए इन्हे स्वरोजगार उपलब्ध कराने की मुहिम चला रहे हैं। इस मुहिम में महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी खुल कर अपना सहयोग प्रदान कर रही है। बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जम्मू-कश्मीर में महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन के अंतर्गत राज्य सरकार को लोकप्रिय बोलेरो पिक-अप वितरित की हैं। ये बोलेरो पिकअप 500 से अधिक की संख्या में उपलब्ध कराई जा रही हैं। महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन का प्रमुख उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को उद्यमिता और व्यापार से जोडऩा है ताकि वे मुख्यधारा में आकर देश और समाज का नवनिर्माण करने में अपना योगदान कर सकें। महिंद्रा एंड महिंद्रा की प्रोजेक्ट मुमकिन योजना जम्मू- कश्मीर प्रशासन द्वारा एक अनुकूलित आजीविका सृजन का ही कार्यक्रम है। यहां आपको ट्रक जंक्शन की इस पोस्ट के माध्यम से महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन योजना की पूरी जानकारी दी जा रही है।
क्या है महिंद्रा का प्रोजेक्ट मुमकिन योजना
यहां बता दें कि महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन महिंद्रा समूह की एक ऐसी योजना है जिसमें राज्य सरकार के सहयोग से कंपनी युवाओं को आजीविका प्रदान करने के लिए स्थानीय युवाओं को बोलेरो पिकअप वितरित की जा रही हैं। पहले चरण में 500 बोलेरो वितरित की जा रही हैं। कंपनी का मानना है कि उसकी इस पहल से युवाओं को अपने रोजगार को पहले से और अधिक मजबूत किया जा सकेगा। वहीं छोटे वाणिज्यिक वाहनों के मालिक द्वारा युवाओं को स्थायी आजीविका के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
दो दशकों से महिंद्रा की अनूठी पेशकश
आपको बता देें कि यह पहला अवसर नहीं है जब महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह जम्मू-कश्मीर में युवाओं को रोजगार के लिए बोलेरो पिकअप वितरित कर रहा है। इससे पहले भी ग्राहकों की आंतरिक सोच, जरूरतों एवं बाजारके रुझान के आधार पर उत्पाद की पेशकश को लगातार अपडेट करके इस सेगमेंट में ग्राहकों को खुश करना जारी रखती है।
मिशन यूथ के जरिए 80,000 रुपये की सब्सिडी
यहां बता दें कि जम्मू- कश्मीर में युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए मिशन यूथ, जम्मू-कश्मीर 80,000 रुपये का विशेष प्रोत्साहन या छोटे वाणिज्यिक वाहन की ऑन रोड कीमत का 10 प्रतिशत की पेशकश कर रहा है। वहीं इसके अलावा वाहन निर्माता मिशन यूथ जम्मू कश्मीर की ओर से प्रोत्साहन से मिलती-जुलती छूट की पेशकश कर रहा है। इस कदम से कृषि उपज दैनिक जरूरतों के बाजार को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।
इस बेवसाइट पर करें ऑनलाइन आवेदन
यहां बता दें कि जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा के युवाओं को मिशन यूथ के तहत करीब 80,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। मिशन यूथ कार्यक्रम में आवेदन करने के लिए युवाओं की आयुसीमा 18 से 35 वर्ष तक की होनी चाहिए। जो भी जम्मू-कश्मीर निवासी युवा इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वे आवश्यक दस्तावेजों के साथ सरकार की इस आधिकारिक वेबसाइट https://www.jk.gov.in/jammukashmir/ पर आवेदन कर सकते हैं।
जानें, महिंद्रा एंड महिंद्रा के सामाजिक सरोकार से जुड़े प्रोजेक्ट
आपको बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा ने महिंद्रा प्रोजेक्ट मुमकिन के तहत जम्मू- कश्मीर में युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए 500 बोलेरो पिकअप वितरित की हैं, ठीक उसी प्रकार देश कई राज्यों में यह समूह वंचित समुदायों की बालिकाओं के जीवन को सुधारने के लिए प्रोजेक्टर नन्ही कली नाम से परियोजना का संचालन कर रहा है। इस परियोजना से करीब 450,000 से अधिक बालिकाओं का जीवन स्तर प्रभावित हुआ है। कंपनी के अनुसार
इन बालिकाओं को सुशिक्षित बना कर उन्हे हर संभव जरूरी सहायता प्रदान की जाती है।
पढ़ाई छोडऩे को विवश बालिकाओं को किया शिक्षित
महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की ओर से चलाए जा रहे नन्ही कली प्रोजेक्ट के तहत उन बच्चियों को डिजीटल शिक्षा प्रदान कराई गई। वहीं अनेक स्कूलों का गोद लेकर इस समूह ने इन स्कूलों में आधुनिक शिक्षा के सभी संसाधन सुलभ कराए। नन्ही कली प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए बाकायदा कंपनी की पूरी टीम सक्रिय रहती है। वहीं इसके लिए निवेश किया जाता है।
महिंद्रा की नन्ही कली परियोजना के मुख्य कार्य
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी की नन्ही कली परियोजना के तहत वंचित बालिकाओं को अकादमिक समर्थन के अलावा डिजीटल टैबलेट के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा महिला ट्यूटर, खेल गतिविधियां, स्कूल आपूर्ति किट आदि प्रोग्राम संचालित किए जा रहे हैं।
430 महिलाओं को दिया ड्राइविंग प्रशिक्षण
महिंद्रा समूह की ओर से महिंद्रा फायनेंस ने आजाद फाउंडेशन और एएनईयू के सहयोग से महानगरों में 430 से अधिक महिलाओं को चार पहिया वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग प्रशिक्षण दिया है। इस कार्यक्रम को दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, अहमदाबाद, बंगलौर और चेन्नई में आयोजित किया गया। इसमें ऐसी महिलाओं का चयन किया गया जो गरीब परिवारों से थीं और उन्हे रोजगार की तलाश थी। अब इन महिलाओं का जीवन ही बदल गया है। इसके अलावा महिंद्रा फायनेंस ने स्किल्स फॉर प्रोगे्रस एंड प्रथम एज्युकेशन फाउंडेशन के समन्वय में त्रिची मदुरै, इरोड, डिंडीगुल और नागपट्टिनम एवं कोल्हापुर में 180 महिलाओं को वाहन मरम्मत एवं कौशल प्रशिक्षिण दिया गया।
महाराष्ट्र में आईटीआई केंद्रों का संचालन
यहां बता दें कि महिंद्रा समूह युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण के लिए भी सुविधाएं उपलब्ध करवाता है। इसके लिए विगत कई वर्षों से महाराष्ट्र में हुनर परियोजना के अलावा कई आईटीआई केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इनमें राज्य सरकार की भी सहायता प्रदान करती है।
क्या आप नया ट्रक खरीदना, डीज़ल ट्रक, पेट्रोल ट्रक, इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहन या पुराना ट्रक बेचना चाहते हैं, किफायती मालाभाड़ा से फायदा उठाना चाहते हैं, ट्रक लोन, फाइनेंस, इंश्योरेंस, अपना ट्रक चुनें व अन्य सुविधाएं बस एक क्लिक पर चाहते हैं तो देश के सबसे तेजी से आगे बढ़ते डिजिटल प्लेटफार्म ट्रक जंक्शन पर विजिट करें और अपने फायदे की हर बात जानें।
ट्रक इंडस्टी से संबंधित नवीनतम अपडेट के लिए हमसे जुड़ें -
FaceBook - https://bit.ly/TruckFB
Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
Youtube - https://bit.ly/TruckYT