राष्ट्रव्यापी सड़क सुरक्षा कार्यक्रम : छात्रों को मिलेगी नियमों की जानकारी
देश में सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार हमेशा गंभीर रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वाहनों से सुरक्षित यात्रा पर अपने विचार देश के सामने रखते रहते हैं और वे कई ऐसे नवाचार कर चुके हैं जिनसे दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आ रही है। उनकी पहलों को दूसरे संगठन भी आगे बढ़ा रहे हैं। हाल ही में भारत में सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) के सहयोग से स्कूली छात्रों के लिए एक ऑनलाइन राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम के 15 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे भारत के विकसित राष्ट्र 2047 विज़न को समर्थन मिलेगा।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली स्थित केंद्रीय विद्यालय नंबर 2 में किया। आइए, ट्रक जंक्शन के माध्यम से इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
स्टूडेंट्स के हर वर्ग के लिए अलग-अलग मॉड्यूल
कार्यक्रम के अंतर्गत छह इंटरेक्टिव डिजिटल मॉड्यूल पेश किए गए हैं, जो फाउंडेशनल, मिडिल और सीनियर सेकेंडरी स्तर के छात्रों के लिए तैयार किए गए हैं। ये मॉड्यूल छात्रों को बुनियादी सड़क सुरक्षा नियमों से लेकर कानूनी पहलुओं तक की जानकारी देंगे। यह पहल SIAM के "सुरक्षित सफर" अभियान का हिस्सा है और "राष्ट्र निर्माण, जिम्मेदारी से" के मिशन के साथ पूरी तरह मेल खाती है।
वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करें
कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने सड़क सुरक्षा से जुड़े कई नियमों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के नियम बचपन से सिखाए जाने चाहिए। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता को वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करने की सलाह दें।
केंद्रीय विद्यालयों को आदर्श मॉडल स्कूल बनाया जाना चाहिए
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "सड़क सुरक्षा कोई वैकल्पिक विषय नहीं, बल्कि जीवन का जरूरी हिस्सा है। हमारे 30 करोड़ छात्र एक सुरक्षित राष्ट्र निर्माण की दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।" उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि केंद्रीय विद्यालयों को सड़क सुरक्षा के लिए आदर्श मॉडल स्कूल बनाया जाना चाहिए।
भारत में हर साल 1.5 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं
भारत में हर साल 1.5 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें स्कूली बच्चे भी बड़ी संख्या में प्रभावित होते हैं। ऐसे में यह कार्यक्रम सुरक्षा जागरूकता फैलाने के साथ-साथ देश में सुरक्षित गतिशीलता की संस्कृति को मजबूत करेगा। यह कार्यक्रम 2 अगस्त 2023 को एसआईएएम और केवीएस के बीच हुए एमओयू पर आधारित है। इससे पहले 22 अक्टूबर 2024 को आरके पुरम, नई दिल्ली में एक पायलट परियोजना भी सफल रही थी, जिसने इस पहल को व्यापक रूप देने की नींव रखी।
राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम पर SIAM के प्रमुख लोगों की टिप्पणी
SIAM के कार्यकारी निदेशक प्रशांत के. बनर्जी ने भारत को दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाज़ार के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि हमें प्रगति के साथ सड़क सुरक्षा को भी प्राथमिकता देनी होगी। SIAM के पूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने इस पहल को "एक दीर्घकालिक राष्ट्रीय आंदोलन की शुरुआत" बताया, जो कक्षाओं से शुरू होकर हर नागरिक तक पहुंचेगा।
अगर आप अपने बिजनेस के लिए कमर्शियल वाहन खरीदना चाहते हैं तो ट्रक जंक्शन पर विजिट कर कमर्शियल वाहनों जैसे मिनी ट्रक, ट्रक, टिपर, पिकअप, ट्रांजिट मिक्सर और ई रिक्शा, ऑटो रिक्शा जैसे थ्री व्हीलर आदि वाहनों के फीचर्स और लोन आदि की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ट्रक इंडस्टी से संबंधित नवीनतम अपडेट के लिए हमसे जुड़ें -
☞ Facebook - https://bit.ly/TruckFB
☞ Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
☞ YouTube - https://bit.ly/TruckY