टाटा मोटर्स में वाणिज्यिक और यात्री वाहन व्यवसायों को अलग करने से पहले अहम नियुक्ति
टाटा मोटर्स ने अपने पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ गुएंटर बटशेक को एक बार फिर स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 1 मई 2025 से पांच साल के लिए शुरू होगा, जो 30 अप्रैल 2030 तक रहेगा। बटशेक की यह नियुक्ति कंपनी के वाणिज्यिक वाहन और यात्री वाहन व्यवसायों के विभाजन से पहले की गई है। बटशेक के पास कंपनी के लिए व्यवसाय परिवर्तन और परिचालन में सुधार के क्षेत्र में लंबा अनुभव है, और उनकी वापसी से रणनीतिक निर्णयों और परिचालन की दिशा में मदद मिलने की उम्मीद है। आइए, एक खबर को विस्तार से जानें।
नियुक्त से शेयर धारकों को फायदा संभव
बटशेक की नियुक्ति का यह निर्णय उस समय लिया गया है जब कंपनी अपने वाणिज्यिक और यात्री वाहन व्यवसायों को अलग कर रही है, ताकि फोकस बढ़ाया जा सके, परिचालन दक्षता में सुधार किया जा सके और शेयरधारकों के लिए अधिक मूल्य उत्पन्न किया जा सके। बटशेक के पास पुनर्गठन का नेतृत्व करने का पिछला अनुभव है, जो उन्हें इस दौर में एक महत्वपूर्ण संपत्ति बनाता है।
बटशेक के पास ऑटोमोटथ्व और एसयरोस्पेस इंडस्ट्री का बड़ा अनुभव
गुएंटर बटशेक के पास ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस इंडस्ट्री का बड़ा अनुभव है। उन्होंने डेमलर और एयरबस जैसी कंपनियों में लीडरशिप की भूमिकाएं निभाई हैं, और उनके कार्यक्षेत्र में व्यवसाय परिवर्तन, आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन और औद्योगिक संचालन प्रमुख रहे हैं। वर्तमान में, वे क्यूबोनिक जीएमबीएच के सीईओ के रूप में कार्यरत हैं, जो टिकाऊ इलेक्ट्रिक लाइट कमर्शियल वाहन समाधान प्रदान करने वाली कंपनी है। इसके अतिरिक्त, वह यूके स्थित चीजकेक एनर्जी लिमिटेड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम करते हैं।
टाटा मोटर्स में बुशचेक का पिछला कार्यकाल रहा शानदार
बटशेक 2016 से 2021 तक टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने "टर्नअराउंड 2.0" पहल शुरू की, जो लागत में कमी, आपूर्ति श्रृंखला में सुधार और उत्पाद पोर्टफोलियो को व्यवस्थित करने पर केंद्रित थी। इस पहल ने कंपनी के प्रदर्शन को स्थिर किया और भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया।
बटशेक के नेतृत्व में, टाटा मोटर्स ने अपने पर्सनल व्हीकल सेगमेंट में महत्वपूर्ण सुधार किए, जिसमें नेक्सन, हैरियर, अल्ट्रोज़ और सफारी जैसे प्रमुख मॉडल लॉन्च किए। साथ ही, उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में कंपनी को अग्रसर किया, जिसके परिणामस्वरूप भारत के ईवी बाजार में टाटा मोटर्स ने एक मजबूत स्थिति प्राप्त की।
कंपनी के लक्ष्यों से मेल खाती है बटशेक की वापसी
बटशेक की वापसी से उम्मीद की जा रही है कि इस परिवर्तनकारी अवधि के दौरान कंपनी की रणनीतिक निर्णय प्रक्रिया और परिचालन निष्पादन को और भी मजबूती मिलेगी। उनकी विशेषज्ञता व्यवसाय पुनर्गठन और ऑटोमोटिव क्षेत्र में टाटा मोटर्स के लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाती है।
व्यवसाय का विभाजन और भविष्य
टाटा मोटर्स द्वारा वाणिज्यिक और यात्री वाहन व्यवसायों को अलग करने का कदम कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह विभाजन प्रत्येक इकाई को अपने-अपने बाजारों की गतिशीलता पर ध्यान केंद्रित करने और उपयुक्त रणनीतियां तैयार करने की स्वतंत्रता देगा। कंपनी का मानना है कि इस कदम से कार्यकुशलता में वृद्धि होगी और शेयरधारकों के लिए अतिरिक्त मूल्य उत्पन्न होगा।
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