इलेक्ट्रिक व्हीकल का रखरखाव कर बढ़ाएं व्हीकल हेल्थ और माइलेज
इलेक्ट्रिक व्हीकल के बढ़ते मार्केट के बीच लगातार लोगों के बीच ईवी से जुड़े रखरखाव के कंसर्न आ रहे हैं। इलेक्ट्रिक व्हीकल लोगों को बिजनेस में काफी सपोर्ट कर रहा है। ईवी जहां पर्यावरण के लिए हितकारी होते हैं, वहीं, कार्बन एमिशन कम होने की वजह से इससे हवा की क्वालिटी में सुधार होता है। यही वजह है कि सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करती है। बजाज, महिंद्रा, पियाजियो जैसे सभी वाहन निर्माता ब्रांड इलेक्ट्रिक व्हीकल का निर्माण करती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मौजूद कुल थ्री व्हीलर की संख्या का 83% इलेक्ट्रिक वाहन है। यही वजह है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल अब ज्यादा से ज्यादा लोगों के स्वरोजगार का साधन बन चुका है। ईवी की मदद से माल परिवहन भी किया जाता है। अतः जरूरी है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल का सही रखरखाव सुनिश्चित हो सके ताकि इस वाहन का परफ़ॉर्मेंस लंबे समय तक अच्छा बना रहे और यह अधिक माइलेज दे। इससे वाहन मालिक को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो सकेगा। वाहन मालिक का मेंटनेंस भी कम से कम हो सकेगा।
ट्रक जंक्शन के इस पोस्ट में हम इलेक्ट्रिक व्हीकल का केयर करने के 7 टिप्स, व्हीकल के बारे में, व्हीकल की फायदे आदि की जानकारी दे रहे हैं।
कैसे करें रखरखाव?
अगर आप इलेक्ट्रिक व्हीकल का सही रखरखाव सुनिश्चित करना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी एक महत्वपूर्ण पार्ट है। यही वजह है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी की केयर करना बहुत जरूरी है। बैटरी को रेगुलर चेक करें और हमेशा बैटरी को 20% से अधिक चार्ज रखें। बैटरी को कम से कम डिस्चार्ज होने दें। इससे बैटरी की दक्षता तो बढ़ेगी ही साथ ही व्हीकल का माइलेज भी बेहतर हो पाएगा। यही वजह है कि बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज होने से पहले से चार्जिंग में लगा लें।
इसके अलावा व्हीकल के टायर का मेंटनेंस किया जाना भी जरुरी है। टायर के प्रेशर को रेगुलर चेक करें और हवा की उपलब्धता नियमित रूप से सही रेंज के अंदर रखें। इससे व्हीकल की सेफ्टी के साथ सुरक्षित यात्रा भी हो पाती है।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल के कूलिंग सिस्टम का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। कूलिंग सिस्टम सही रहने से व्हीकल की इंजन एफिशिएंसी अच्छी रहती है और आप लंबे समय तक यात्रा कर पाएंगे। यात्रा में किसी भी प्रकार का इंजन अवरोध होने की संभावना कम से कम रहेगी।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल में सॉफ्टवेयर अपडेट्स को भी नियमित रूप से चेक करते रहें और अपडेट करते रहें। सॉफ्टवेयर अपडेट की वजह से व्हीकल के सॉफ्टवेयर में ज्यादा तकनीकी कौशल आ पाता है। इससे व्हीकल की सेफ्टी और यात्रा सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो पाता है। सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से व्हीकल में नई तकनीक आ पाती है।
इसके अलावा ब्रेक सिस्टम की चेकिंग भी रेगुलर करते रहें। ब्रेक सिस्टम की चेकिंग के जरिए व्हीकल की सेफ्टी सुनिश्चित की जा सकती है।साथ ही इलेक्ट्रिक व्हीकल का मौसम के हिसाब से भी ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है। इलेक्ट्रिक व्हीकल को बारिश में न रखें। साथ ही ज्यादा सर्दी और ज्यादा गर्मी के समय व्हीकल के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए सही उपाय करें। ज्यादा गर्मी के समय तापमान संतुलन के लिए वाहन को बाहर रखें जबकि ज्यादा ठंडी के समय इलेक्ट्रिक व्हीकल के तापमान संतुलन के लिए वाहन को छत वाली पार्किंग में रखें।
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