अशोक लेलैंड की ईवी कंपनी 'स्विच मोबिलिटी' जल्द होगी लिस्टेड
नई दिल्ली के ताज पैलेस होटल में 10 सितंबर को आयोजित की गई इंडियन मोबाइल एंड मैन्युफैक्चरर्स सोसाइटी की 64वीं वार्षिक मीटिंग में अशोक लेलैंड के सीईओ शेनु अग्रवाल ने कंपनी के भविष्य के बारे में कई अहम बातें साझा कीं। इस मौके पर उन्होंने खासतौर पर स्विच मोबिलिटी की लिस्टिंग का जिक्र किया। साथ ही उन्होंने कमर्शियल व्हीकल (CV) इंडस्ट्री के विकास पर भी जोर दिया।
स्विच मोबिलिटी की लिस्टिंग और मुनाफे पर फोकस
शेनु अग्रवाल ने स्विच मोबिलिटी, जो कि अशोक लेलैंड की इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सब्सिडियरी कंपनी है, इसे लिस्ट करने की योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब कंपनी का फोकस प्रॉफिट को बढ़ाने और इसमें सुधार लाने की नई तकनीक पर रहेगा। उन्होंने कहा, “हम कंपनियों को लिस्ट करने पर विचार करेंगे।” अग्रवाल ने यह भी बताया कि अशोक लेलैंड का लक्ष्य 2048 तक एक नेट-जीरो कंपनी बनने का है।
इलेक्ट्रिक वाहनों में तेजी और नई तकनीक पर जोर
अशोक लेलैंड इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है, खासतौर से सिटी बसों और लाइट कमर्शियल वाहनों (LCVs) के लिए। इन दोनों क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहनों को जल्द ही अपनाया जाएगा। अग्रवाल ने कहा, “सिटी बसों और LCVs के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन का रोडमैप साफ है, और इसी वजह से हमने ‘स्विच’ का निर्माण किया ताकि ये दोनों सेगमेंट EV को तेजी से अपना सकें।”
इसके अलावा, कंपनी भारी वाहनों के लिए भी नई तकनीकों पर काम कर रही है, जिसमें हाइड्रोजन फ्यूल का विकल्प शामिल है, खासकर मध्यम और भारी कमर्शियल वाहनों (MHCVs) के लिए कंपनी नई और किफायती ईंधन तकनीक पर फोकस कर रही है।
भविष्य की ग्रोथ और इंडस्ट्री आउटलुक
अग्रवाल ने बताया कि अशोक लेलैंड का उद्देश्य एवरेज इंडस्ट्री ग्रोथ से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करना है। उन्होंने विश्वास जताया कि वित्तीय वर्ष के दूसरे हिस्से में कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहेगा और सभी सेगमेंट में आने वाले कुछ वर्षों में अच्छी वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा, “हालिया IKRA रिपोर्ट के अनुसार, चाहे वो भारी ट्रक हों, हल्के कमर्शियल वाहन हों या बसें, सभी सेगमेंट में सकारात्मक वृद्धि की उम्मीद है।”
स्क्रैपेज पॉलिसी और छूट
अशोक लेलैंड सरकार की स्क्रैपेज पॉलिसी का समर्थन कर रही है और इस पॉलिसी के तहत कंपनी 3% से ज्यादा की छूट देने पर विचार कर रही है। कंपनी 2-3 नए स्क्रैपेज सेंटर्स खोलने की योजना बना रही है, जो फ्रेंचाइजी मॉडल पर आधारित होंगे। पहला सेंटर दक्षिण भारत में खोला जा सकता है, हालांकि स्थान अभी तय नहीं हुआ है।
कंपनी के भविष्य की दिशा
अशोक लेलैंड बड़े बदलाव और इनोवेशन की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान केंद्रित करने, नई तकनीकों को अपनाने और मुनाफे में सुधार के साथ, कंपनी कमर्शियल वाहन इंडस्ट्री में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। शेनु अग्रवाल का पॉजिटिव व्यू और उनकी स्ट्रेटजिक थिंकिंग इस बात की पुष्टि करती है कि अशोक लेलैंड टिकाऊ विकास और इंडस्ट्री में अपनी लीडरशिप को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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