अशोक लेलैंड के राजस्व में 145 प्रतिशत की वृद्धि
भारत में वाणिज्यिक वाहनों की प्रमुख निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 -23 की जून में समाप्त हुई पहली तिमाही में कमर्शियल वाहनों (MHCV) के वॉल्यूम में 189 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ही 68 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है। इसके साथ ही कंपनी इस दौरान राजस्व वृद्धि 145 प्रतिशत बढ़ गई। इसके अलावा कंपनी की बाजार हिस्सेदार भी 27 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत तक हो गई। यहां ट्रक जंक्शन की इस पोस्ट में आपको वित्त वर्ष 2022-23 में अशोक लेलैंड की इस खास उपलब्धि के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं। इस पोस्ट को अवश्य पढ़े और शेयर करें।
इस तरह से रहा उतार-चढ़ाव का दौर
अशोक लेलैंड कंपनी को गत वित्त वर्ष की इसी अवधि में 282.3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जब दूसरी कोविड लहर का दौर चल रहा था। इस दौरान जिंस गिरावट, विशेष रूप से धातुओं ने भी वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में आय को समर्थन दिया। वित्त वर्ष 2023 की तिमाही के लिए परिचालन से राजस्व में पिछले वर्ष की इसी समान अवधि के दौरान 2,951 करोड़ रुपये की तुलना में 145 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। इससे
राजस्व वृद्धि 7.223 करोड़ रुपये हो गया।
अशोक लेलैंड निदेशक और सीएफओ ने यह कहा
बता दें कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अशोक लेलैंड कंपनी को 68 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन लाभ प्राप्त हुआ, उससे इसके राजस्व में भी विस्तार हुआ है। इस पर कंपनी के निदेशक और सीएफओ गोपाल महादेवन ने कहा कि राजस्व में विस्तार और कुशल लागत प्रबंधन के साथ हमने अपने बॉटम लाइन में सुधार देखा है। कमोडिटी की कीमतों में नरमी, विशेष रूप से स्टील के लिए हमारे मार्जिन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करना चाहिए।
गत वर्ष के मुकाबले हिस्सेदारी 5 प्रतिशत के करीब ज्यादा
बता दें कि अशोक लेलैंड ने इसी अवधि में घरेलू एमएचसीवी की मात्रा में 189 प्रतिशत की वृद्धि की और बाजार हिस्सेदारी 27 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई। पिछले साल 26.2 प्रतिशत के मुकाबले इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ट्रक बाजार की हिस्सेदारी 31.1 प्रतिशत हो गई। ऐसा हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड की बीएसई फाइलिंग में कहा गया।
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मजबूत मात्रा में वृद्धि रही
हिंदुजा समूह के कार्यकारी अध्यक्ष धीरज हिंदुजा ने कहा है कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने मजबूत मात्रा में वृद्धि देखी है। हमें उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति आगे भी जारी रहेगी। टीम इसके लिए लागत कम करेगी और बाजार के प्रदर्शन पर फोकस रहेगा। वहीं वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंपनी का घरेलू एलसीवी का वॉल्यूम 14, 384 यूनिट था जो एक साल पहले की अवधि के मुकाबले 66 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं निर्यात की वृद्धि जून 2022 को समाप्त तिमाही में 76 प्रतिशत साल दर साल के हिसाब से बढ़ कर 2,527 वाहन हो गया। इसी तरह से परिचालन के मोर्चे पर ईबीआईटीडीए 320 करोड़ पर आ गया है जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 140 करोड़ के नुकसान के बिंदु पर था।
अब विदेशों में भी कारोबार मजबूत करेगी अशोक लेलैंड
प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी अशोक लेलैंड विदेशों में भी अपना कारोबार मजबूत करेगी। ताकि अपने कारोबार का एक तिहाई हिस्सा निर्यात से हासिल कर सके। यह जानकारी अशोक लेलैंड के मुख्य वित्त अधिकारी गोपाल महादेवन ने दी। उन्होंने कहा कि कंपनी केन्या में एक असेंबली यूनिट लगा रही है। बंग्लादेश में भी एक सहयोगी के साथ असेंबली यूनिट लगा रही है और जल्द ही यूएई यूनिट का विस्तार करेगी। कंपनी वहां विनिवेश करेगी। कंपनी का कहना है कि हम 3,000 यूनिट्स के साथ शुरूआत करेंगे। वहां 50 लाख डॉलर से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट होगा। पहली तिमाही में निर्यात कम रहने का जिक्र करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि यह दूसरी और तीसरी तिमाही में जोर पकड़ेगा। मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार एक अन्य सवाल के जवाब में महादेवन ने कहा कि केन्या प्लांट 8 से 12 महीने में शुरू होने की उम्मीद है। केन्या के प्लांट में बस और ट्रक दोनो को असेंबल किया जाएगा।
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