इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट : वाहन प्रदूषण नियंत्रण में उठाया बड़ा कदम
तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों के चलन को देखते हुए भारत पेट्रोलियम कंपनी आगामी 5 वर्षों में भारत के विभिन्न हिस्सों में 7000 ईवी स्टेशन स्थापित करने जा रही है। इन ईवी स्टेशनों को भारत पेट्रोलियम कंपनी ग्रीन एनर्जी में शिफ्ट करेगी। आपको बता दें कि प्रदूषण को कम करने और परंपरागत ईंधन की महंगाई के विकल्प के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। इनका संचालन धीरे-धीरे बढ रहा है लेकिन इसे और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि सरकारों के अलावा निजी कंपनियों की ओर से भी इसमें पहल होनी चाहिए। इसी के तहत भारत पेट्रोलियम ने देश में 7 हजार ईवी स्टेशन लगाए जाने की घोषणा की है। आइए, जानते हैं बीपीसीएल की यह योजना क्या है और कहां-कहां ये स्टेशन लगाए जाएंगे।
पहले चरण में पेट्रोल पंपों पर ही लगेंगे ईवी चार्जर
यहां बता दें कि भारत पेट्रोलियम की ओर से पहले चरण में जो 7000 ईवी स्टेशन स्थापित किए जाने हैं वे उसके मौजूदा फ्यूल पंपों पर ही लगाए जाएंगे। इन पंपों को एनर्जी स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। भारत पेट्रोलियम कंपनी के अनुसार ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रैक्चर कंपनी को एक नया व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगा। इसके साथ ही ऑटो ईंधन के विस्थापन के जोखिम के खिलाफ एक बचाव प्रदान करेगा। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में ऑटो निर्माता नए उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख करेंगे।
देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा बीपीसीएल का यह प्रोजेक्ट
देश में ईवी स्टेशनों की मांग को पूरी करने में आगे आई भारत पेट्रोलयम कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरुण कुमारसिंह का कहना है कि अगले कुछ वर्षों में हम बढ़ते ईवी उद्योग का समर्थन करने के लिए 7000 स्टेशनों को स्थापित करने का लक्ष्य बना रहे हैं। यहां बता दें कि बीपीसीएल का यह ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उन पांच केंद्रित क्षेत्रों में एक है जिन पर कंपनी पेटकेम, गैस, कंज्यूमर रिटेलिंग, रिन्यूएबल्स और बायोफ्यूल्स के साथ काम कर रहा है। इससे भारत में ऊर्जा की जरूरतें पूरा करने में काफी हद तक मदद मिल सकेगी। उम्मीद है कि कंपनी अपने स्टेशनों पर एसी और डीसी ये दोनो फास्ट सक्षम चार्जर पेश करेगी।
इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम ईवी स्टेशन खोलने में आगे
तेल विपणन प्रमुख इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम लिमिटेड भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर खासे उत्साहित हैं। दोनों ओएमसी ने पूरे भारत में अपने ईंधन स्टेशनों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए हैं। इस काम में इंडियन ऑयल भारत पेट्रोलियम से आगे है। इंडियन आयल ने 10,000 ईवी स्टेशन और भारत पेट्रोलियम ने 7000 स्टेशन खोलने का ऐलान किया है। यहां बता दें कि वर्तमान में आईओसीएल के देश भर में 27,500 ईधन स्टेशन और 448 ईवी चार्जिंग स्टेशन एवं 30 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन हैं।
ईवी बिक्री बढऩे से चार्जिंग स्टेशनों की पड़ रही जरूरत
यह सच है कि दिनों-दिन इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ रही है। इसीके परिणाम स्वरूप चार्जिंग स्टेशनों की जरूरतें भी बढऩे लगी हैं। भविष्य में अधिक से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशनों की जरूरतें होंगी इसके लिए ऑटोमोटिव कंपनियों के बाजार में भी बदलावा की जरूरत है। भारत में हरित मोटरिंग का जमाना आ रहा है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन एसएम वैद्य ने अपनी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया कि ईवीएस अब एक वास्तविकता है और इंडियन ऑयल इस क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार है।
यह है इंडियन ऑयल की ईवी इंफ्रास्ट्रैक्चर योजना
भारत पेट्रोलियम के अलावा इंडियन ऑयल की ओर से भी ईवी स्टेशन खोलने की महत्वाकांक्षी योजना चल रही है। कंपनी देश के अनेक हिस्सों में 10,000 ईवी स्टेशनों की इस योजना के तहत कंपनी मुंबई, दिल्ली, बंगलौर, अहमदाबाद, चैन्नई, कोलकाता, सूरत और पुणे पर ध्यान केंद्रित करेगी। वहीं राज्यों मेें चरणबद्ध तरीके से चार्जिंग स्टेशनों के नेटवर्क का विस्तार किया जाएगा। कंपनी का मानना है कि यह कदम भारत में ईवी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बडी छलांग होगी।
इंडियन ऑयल का इन कंपनियों के साथ है साझेदारी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन ऑयल ने अपने ईंधन स्टेशनों पर ईवी चार्जर स्थापित करने के लिए कई कंपनियों से साझेदारी किया है। इनमें टाटा पावर, रील, पीजीसीआईएल, एनटीपीसी, फोर्टम, हुंडई, टेक, महिंद्रा, भेल और ओला शामिल हैं। प्रारंभ में दो और तीन पहिया वाहनों के लिए ये चार्जर उपलब्ध होंगे। इसके बाद आवश्यकता और बाजार की स्थितियों के अनुसार इसे पहले से अधिक उन्नत किया जाएगा। इसने बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों के लिए हरित ऊर्जा में अपने प्रवेश को मजबूत करने के लिए सन मोबिलिटी के साथ भी सहयोग किया है।
जानिए, घर पर कैसे शुरू करें चार्जिंग स्टेशन बिजनेस
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए अब लोगों को अपने घर पर भी चार्जिंग स्टेशन खोलने की छूट सरकार की ओर से दी गई है। अगर आपके घर की खाली जगह का कोई इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है तो आप इस जगह पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इस काम में आपको 50 हजार से 2 लाख रुपये तक का खर्चा आता है। वहीं वाहन को चार्ज करने के खर्चे को ऐसे समझा जा सकता है जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटी को चार्ज करने का खर्चा 2 किलोमीटर के लिए 2.5 से 5 रुपये तक, थ्री व्हीलर के लिए 4.5 किलोमीटर पर 9 से 12 रुपये तक का खर्च आता है।
नेशनल हाइवे पर हर 40 से 60 किमी पर होंगे ईवी स्टेशन
यहां आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण नेेेेे सभी नेशनल हाइवे पर चार्जिंग स्टेशन खोलने का लक्ष्य रखा है। सडक़ परिवहन सचिव गिरधर अरमाने ने बताया कि हर 40 से 60 किलोमीटर की दूरी पर अगले दो वर्षों में करीब 700 चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। वहीं जो भी कोई इलेक्ट्रिक वाहन में राष्ट्रीय राजमार्गों से यात्रा कर रहा होगा अगर उसका वाहन खराब हो जाता है तो उसे कोई नुकसान नहीं होगा। सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधाओं को शामिल करने के साथ ही सडक़ किनारे की सुविधाओं के लिए रियायत समझौते में संशोधन किया है।
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