डेमलर इंडिया ने खनन और निर्माण के लिए भारत बेंज “टॉर्कशिफ्ट” ट्रक लांच किए
डेमलर इंडिया कमर्शियल व्हीकल्स (DICV) ने खनन और निर्माण उद्योगों के लिए विश्व स्तर पर लोकप्रिय 12-स्पीड ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) तकनीक से लैस भारतबेंज हेवी-ड्यूटी ट्रक (HDT) रेंज पेश की है। यहां भारतबेंज ने 'टॉर्कशिफ्ट' ट्रांसमिशन की शुरुआत के साथ अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार किया। वहीं कंपनी को एक ही ग्राहक से अपने 3532CM माइनिंग टिपर के लिए 80 यूनिट का थोक ऑर्डर मिला है। AMT तकनीक से लैस भारतबेंज हेवी-ड्यूटी ट्रक रेंज से माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में कई बदलाव आएंगे। आइए, इस खबर को विस्तार से जानते हैं।
नए ट्रांसमिशन 'टॉर्कशिफ्ट' के साथ भारतबेंज के कई मॉडल उपलब्ध
टॉर्कशिफ्ट रेंज निर्माण, खनन और लंबी दूरी के संचालन में हैवी ड्यूटी कार्यों की आवश्यकताओं को पूरा करती है। नया 'टॉर्कशिफ्ट' ट्रांसमिशन भारतबेंज के कई मॉडल में शामिल होगा, जिनमें 4032T, 5532TS, 5532T, 2832CM और फ्लैगशिप 3532CM शामिल हैं। यह रेंज 28 से 55 टन तक जीवीडब्ल्यू की आवश्यकताओं को पूरा करती है। यहां आपको बता दें कि इस नए ट्रांसमिशन सिस्टम को अपनाने से पहले इसका दुनिया भर में हजारों डेमलर ट्रक हेवी-ड्यूटी वाहनों में परीक्षण किया गया है।
3532CM भारत बेंज टॉर्कशिफ्ट ट्रकों की डिलीवरी शुरू
टॉर्कशिफ्ट ट्रकों से ग्राहकों की उत्पादकता में सुधार होगा और हर ट्रिप पर ज्यादा बचत होगी। डीआईसीवी के अध्यक्ष और मुख्य व्यवसाय अधिकारी श्रीराम वेंकटेश्वरन के अनुसार, 3532CM भारत बेंज टॉर्कशिफ्ट ट्रकों की डिलीवरी शुरू हो गई है और वाहनों को पहले से ही परिचालन में लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारी-भरकम निर्माण और खनन (सीएम) ट्रक हमारी ताकत में से एक हैं, और इस क्षेत्र में हमारी काफी मौजूदगी है। हमारे सीएम पोर्टफोलियो में नए 12-स्पीड एएमटी के साथ, ग्राहकों को उत्पादकता में सुधार और उल्लेखनीय बचत में महत्वपूर्ण लाभ दिखाई देगा क्योंकि बेड़े की दक्षता बढ़ जाएगी।
ट्रैक्टर-ट्रेलर में भी होगा एटीएम तकनीक का विस्तार
भारतबेंज अपने ट्रैक्टर-ट्रेलर (टीटी) में भी एटीएम तकनीक का विस्तार करेगा, जिससे उत्पादकता और सड़क सुरक्षा जैसे उद्देश्य पूरे होंगे। वेंकटेश्वरन के अनुसार, "सड़कों के विस्तार के साथ, भारतबेंज टॉर्कशिफ्ट रेंज हमारे लंबी दूरी के लॉजिस्टिक्स ग्राहकों के लिए बहुत वैल्युएबल एसेट्स साबित होगी। एएमटी (ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन) तकनीक स्वामित्व की कुल लागत पर लगातार काम करती है और भारतीय परिस्थितियों के अनुसार इंजीनियर की गई है।"
टॉर्कशिफ्ट ट्रांसमिशन से ये मिलेंगे फायदे
टॉर्कशिफ्ट ट्रांसमिशन ट्रकों की रेंज में आसान और झटके रहित गियर शिफ्टिंग मिलती है। इसे काफी तेज शिफ्ट टाइम और बेहतरीन ड्राइविंग कंफर्ट के लिए डिजlइन किया गया है। स्टीयरिंग कॉलम में इसका इंटीग्रेटेड केबिन एर्गोनॉमिक्स को बढ़ाता है, शोर और गर्मी को कम करता है जिससे ड्राइविंग एक्सपीरियंस अधिक आरामदायक होता है। इसके अलावा लॉन्ग सर्विस इंटरवल, ऑपरेशनल कंडीशन्स के अनुसार कस्टमाइज्ड फ्यूल एफिशिएंसी और पावरट्रेन सेफ्टी सिस्टम जैसे फीचर्स के साथ, टॉर्कशिफ्ट रेंज स्वामित्व की कुल लागत को कम करती है। इसमें ऑटो, मैनुअल, पावर और इको सहित विभिन्न ड्राइविंग मोड मिलता है।
ड्राइवर के तनाव को कम करेगी यह तकनीक
टॉर्कशिफ्ट ट्रांसमिशन तकनीक को ड्राइविंग तनाव को कम करने, तेजी से बदलाव सुनिश्चित करने और फ्यूल एफिशिएंसी प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। डीआईसीवी के अध्यक्ष और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी प्रदीप कुमार थिमैयान ने कहा कि 12-स्पीड एएमटी इंडिया प्रोडक्ट इंजीनियरिंग में कंपनी के लिए एक बड़ी जीत है।
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