इस बजट से ऑटो सेक्टर को बड़ी उम्मीदें, मिल सकती है ये राहत
फरवरी में घोषित अंतरिम बजट से ऑटोमोबाइल उद्योग में कोई भी बड़ा बदलाव नहीं दिखा, जिसकी वजह से 23 जुलाई, 2024 को पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2024 पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। गौरतलब है कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है और इस इंडस्ट्री के दिग्गज खिलाड़ियों को इस बड़े ऑटोमोबाइल बाजार के विकास के लिए नीतियों की बेहतरी और विस्तार की काफी उम्मीदें हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर में उम्मीद की जा रही है कि इस नए बजट में ईवी कंपोनेंट का लोकलाइजेशन, टिकाऊ परिवहन का विस्तार, तकनीकी विकास और इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों के प्रचार और बिक्री पर फोकस किया जाएगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में घोषणा की थी कि सरकार ईवी इको सिस्टम को मजबूत करेगी और टेक्निकल एडवांसमेंट को आगे बढ़ाएगी। इंडस्ट्री के दिग्गजों को अब ईवी क्षेत्र को बड़े स्तर पर बढ़ावा की उम्मीद है। दिग्गजों का मानना है कि इस बजट में कमर्शियल वाहनों पर खास फोकस किया जाएगा।
टाटा मोटर्स फाइनेंस के सेल्स एंड मार्केटिंग के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ने क्या कहा, जानिए
टाटा मोटर्स फाइनेंस के सेल्स एंड मार्केटिंग के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद बंग ने कहा, "इंडस्ट्री में लागत कम करने और कमर्शियल वाहनों को ज्यादा किफायती बनाने के उद्देश्य से सरकार नीतियां बना सकती है। यह मजबूत इको सिस्टम के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे व्यापक मल्टीमॉडल विकास को बढ़ावा मिलेगा।
ओमेगा सेकी के संस्थापक और चेयरमैन ने क्या कहा, जानिए
ओमेगा सेकी के फाउंडर और चेयरमैन उदय नारंग ने कहा कि कमर्शियल वाहन भारतीय ऑटो वर्ल्ड की लाइफलाइन हैं, इसलिए आगामी पॉलिसी में इलेक्ट्रिक एलसीवी और एससीवी को बढ़ावा देने की जरूरत है, जिस पर उन्होंने कहा कि पहले की नीतियों में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर व्यापक जोर नहीं दिया गया था।
इसके अलावा "ओएसएम का मानना है कि यह बजट ईवी और अल्टरनेटिव एनर्जी के लिए काफी अनुकूल होगा। फेम 3 के लिए बजट आवंटन किया जा सकता है और इलेक्ट्रिक तीन-पहिया वाहनों को और प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसमें खास तौर पर 1 और 3 टन के इलेक्ट्रिक ट्रक शामिल किए जाएंगे। इलेक्ट्रिक ट्रकों को बढ़ावा देने और फेम 3 से न केवल कमर्शियल परिवहन को इलेक्ट्रीफाई किया जाएगा बल्कि इससे बैटरी प्रौद्योगिकी और रसद समाधान में इनोवेशन को भी बढ़ावा मिलेगा।
ऑटो फाइनेंस और ईवी इन्फ्रा सेक्टर में बहुत सारी उम्मीदें
इस बजट से ऑटोमोबाइल फाइनेंस सेक्टर को बहुत सारी उम्मीदें है। इस बजट से ऑटो एनबीएफसी को सशक्त बनाने के लिए कई स्टेप लिए जा सकते हैं और साथ-साथ एमएसएमई को भी सरकार आगे बढ़ाने के लिए कदम उठा सकती है। इसके अलावा EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में शामिल भारतीय स्टार्टअप को भी इस बजट से काफी उम्मीदें है। नया बजट 2024 स्थानीय निर्माताओं और इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देगा। उन्होंने कहा, 'फेम-3 नीति के संदर्भ में यदि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक स्पेसिफिक बजट पेश किया जाता है, तो यह भारत में ज्यादा चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड के संस्थापक और प्रबंध निदेशक रमन भाटिया ने कहा, "निवेश बढ़ने से चार्जिंग टेक्नोलोजी में भी इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा और फास्ट चार्जिंग को भी प्रोत्साहन मिल सकता है, जिससे भारत में ईवी ईको सिस्टम को बल मिल सकता है।
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