टाटा मोटर्स और एसबीआई के बीच एमओयू, फाइनेंशियल मदद मिलेगी
देश की सबसे बड़ी कमर्शियल वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के छोटे व हल्केे कमर्शियल वाहन खरीदना अब बेहद आसान होगा। टाटा मोटर्स ने देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के साथ तीन साल के एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के जरिए टाटा मोर्टस के छोटे व हल्के कमर्शियल वाहनों की खरीद के लिए वित्तीय मदद की जाएगी। उपभोक्ताओं को कम से कम ब्याज दर पर व्हीकल लोन उपलब्ध हो सकेगा। टाटा मोटर्स को नए वित्तीय वर्ष में कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है। टाटा मोटर्स ने बयान जारी कर कहा कि एसबीआई से करार के बाद टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल खरीदारों को आसानी से लोन उपलब्ध हो जाएगा। साथ ही उन्हें एसबीआई की विशिष्ट टेक्नोलॉजी आधारित पेशकश तक भी पहुंच मिलेगी।
आसानी से मिलेगा लोन, बीएस-6 मानक आधारित वाहनों की बढ़ेंगी मांग
इस एमओयू के बाद एसबीआई ईजी लोन स्ट्रक्चर्ड (आसान ऋण पुनर्गठन) भी पेश करेगा। जिससे ग्राहक आसानी से कमर्शियल वाहन खरीद पाएंगे। इससे देश में रोजगार के साधन बढ़ेंगे। साथ ही बीएस 4 और बीएस 6 श्रेणी के व्हीकल के बीच मूल्य के अंतर को कम करने में मदद मिलेगी। इससे बीएस 6 श्रेणी के वाहनों की मांग बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। दोनों कारोबारी यूनिट्स एसबीआई की कॉन्टैक्टलेस लेंडिंग प्लेटफॉर्म टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेंगी जिससे एकरूपता और पारदर्शिता कायम की जा सकेगी।
एसबीआई के व्यापक नेटवर्क का फायदा उठाने की रणनीति
एसबीआई के साथ एमओयू करने के पीछे टाटा मोटर्स की रणनीति ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा पकड़ बनाने की है। टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस यूनिट के प्रेसिडेंट गिरीश वाघ के मीडिया में प्रकाशित बयानों के अनुसार एसबीआई की देशभर में 22 हजार से अधिक शाखाएं हैं और विस्तृत नेटवर्क है। कंपनी इस साझेदारी के जरिए अपनी पहुंच को ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत करना चाहती है। इसकी मदद से कंपनी रोजगार प्रदान करने के साथ ही अपने ग्राहकों को अनूठी और अभिनव वित्तीय सहायता प्रदान कर पाएगी। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि अपने सहयोग के जरिए हम अपनी सामान्य शक्तियों का लाभ उठाएंगे और पूरे समर्पण और उत्साह के साथ अपने ग्राहकों की सेवा करना जारी रखेंगे।
कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री में 30 फीसदी से अधिक वृद्धि का अनुमान
टाटा मोटर्स को नए वित्त वर्ष में कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री में 30 फीसदी से अधिक वृद्धि की उम्मीद है। हाल ही में टाटा मोटर्स के प्रेसिडेंट (कमर्शियल व्हीकल बिजनेस यूनिट) गिरीश वाघ ने कहा था कि अब हम कह सकते हैं कि आर्थिक सुधार अच्छी तरह से और सही मायने में हुए हैं। पिछली तिमाही की जीडीपी की वृद्धि सकारात्मक रही है इस साल भी यही उम्मीद है। अगले साल के लिए सरकार और आरबीआई दोनों ने अनुमान दिया है कि जीडीपी में 10 फीसदी से अधिक की दर से वृद्धि होनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि अगले साल कमर्शियल व्हीकल खंड को उछान मिलना चाहिए, हम दो साल की गिरावट के बाद चकीय वृद्धि की राह पर लौट सकते हैं। नए वित्तीय वर्ष में हम 30 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। यह पूरी इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक है।
खुदरा विक्रेताओं को चौतरफा लाभ देने का प्रयास
भारतीय स्टेट बैंक के रिटेल और डिजिटल बैंकिंग के प्रबंध निदेशक सी. एस. शेट्टी ने इस साझेदारी पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हम संपूर्ण भारत में कमर्शियल व्हीकल के ग्राहकों और डीलरों को कुछ अनोखी वित्तीय सेवाएं प्रदान करते है। हम हमारी अभिनव कॉन्टैक्टलेस लेंडिंग प्लेटफॉर्म टेक्नोलॉजी के जरिए ग्राहकों के बैंकिंग अनुभव को और बेहतर बनाने तथा खुदरा विक्रेताओं को चौतरफा लाभ देने का प्रयास करने की उम्मीद करते हैं। साथ ही ग्राहकों के बैंकिंग अनुभव को और बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। आपको बता दें कि इस एमओयू से एसबीआई के सहयोग से टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल ग्राहकों को परेशानी रहित तरीके से लोन लेने और एसबीआई की अनूठी तकनीक से लैस जैसी पेशकशों तक पहुंचने की अनुमति मिलेगी।
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