इलेक्ट्रिक एम्पीयर वाहन: फेम-2 सब्सिडी और राज्यों की ईवी पॉलिसी के बाद सस्ते हुए इलेक्ट्रिक वाहन
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण देशभर में इलेक्ट्रिक वाहनों का ट्रेंड शुरू हो गया है। अगर अब कोई नया वाहन खरीदने की सोच रहा है तो वह पहले इलेक्ट्रिक वाहन में भी विकल्प तलाश रहा है। कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन बेचने के लिए बाजार में आ गई हैं। स्वदेशी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी एम्पीयर व्हीकल (Ampere Vehicle) के थ्री-व्हीलर व टू-व्हीलर की बिक्री में इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार की फेम-2 सब्सिडी और राज्य सरकारों की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी से एम्पीयर के इलेक्ट्रिक वाहनों की रेट काफी कम हुई है और आम उपभोक्ताओं की पहुंच में है। उपभोक्ताओं से सीधे जुड़ाव के लिए एम्पीयर इलेक्ट्रिक ने देशभर में 500 से ज्यादा डीलरशिप खोले हैं।
अप्रैल से अब तक 20 से ज्यादा नए डीलर जोड़े
स्वदेशी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता एम्पीयर व्हीकल ने विभिन्न राज्यों में 500 कस्टमर टचप्वाइंट तक विस्तार किया है, जिसमें इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में 350 डीलरशिप और थ्री-व्हीलर ( Three Wheeler) ई-रिक्शा सेगमेंट में 165 डीलरशिप शामिल हैं। इस साल अप्रैल से अब तक 20 से ज्यादा नए डीलर जोड़े गए हैं। एम्पीयर व्हीकल कंपनी के दोपहिया और तिपहिया वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है। कंपनी दोनों सेगमेंट में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) की बढ़ती मांग को को ध्यान में रखते हुए देशभर में लगातार रिटेल टचप्वाइंट बढ़ा रही है।
एम्पीयर थ्री व्हीकल : ग्राहकों को मिलती है पैसे की पूरी वैल्यू
एम्पीयर कंपनी का कहना है कि उनके इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर और टू-व्हीलर ग्राहकों को उनके पैसे का पूरा मूल्य प्रदान करते हैं। कंपनी के बैटरी से चलने वाले वाहनों का उपयोग कई फ्लीट कंपनियां लंबे समय से कर रही हैं। कंपनी ने ग्राहकों को एक समग्र 'फिजिटल' अनुभव प्रदान करने के लिए अपने भौतिक स्पर्श बिंदुओं को डिजिटल सुविधाओं के साथ एकीकृत किया है। कंपनी के निवेशकों और भागीदारों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे कंपनी का लाभ बढ़ रहा है। एम्पीयर के ई-मोबिलिटी बिजनेस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, रॉय कुरियन का कहना है कि बढ़ते टच पाइंट, ऑनलाइन और ऑफलाइन ग्राहक अनुभव, फाइनेंसिंग टाईअप और ग्राहकों के हित में योजनाओं से हम अपने ग्राहकों को उनके खर्च किए गए पैसे का पूरा मूल्य प्रदान कर रहे हैं।
एम्पीयर वाहन की कीमत : फेम-2 सब्सिडी और ईवी नीति से किफायती
एम्पीयर के इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत फेम-2 सब्सिडी और राज्य सरकारों की ईवी नीतियों के कारण सस्ती हो गई हैं। कंपनी का कहना है कि फेम-2 सब्सिडी और कई राज्यों द्वारा ईवी नीति के तहत दी जाने वाली सब्सिडी के बाद एम्पीयर के इलेक्ट्रिक वाहन पहले से ज्यादा सस्ते हो गए हैं। हाल ही में गुजरात में ईवी नीति की घोषणा के बाद एम्पीयर मैग्नस और जील जैसे स्कूटर मॉडल 20 हजार रुपए तक सस्त हो गए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को फायदा पहुंच रहा है।
एम्पीयर इलेक्ट्रिक व्हीकल : एक किलोमीटर का खर्चा 15 पैसे
एम्पीयर व्हीकल कंपनी के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेंगमेंट में थ्री व्हीलर के अलावा टू-व्हीलर भी पंसद किए जा रहे हैं। एम्पीयर के इलेक्ट्रिक स्कूटर हल्के वजन वाली पोर्टेबल लिथियम-आयन बैटरी से बने होते हैं, जो बहुत कम खर्च में आरामदायक सवारी प्रदान करते हैं। आपको बता दें कि एम्पीयर इलेक्ट्रिक स्कूटरों को चलाने का खर्च महज 15 पैसे/किमी तक आता है।
एम्पीयर 10 साल में करेगा 700 करोड़ रुपए का निवेश
एम्पीयर तमिलनाडू के रानीपेट में एक नया ई-मोबिलिटी निर्माण संयंत्र स्थापित करेगा। इसके लिए 10 साल में 700 करोड़ रुपए का चरणबद्ध तरीके से निवेश किया जाएगा। इसके लिए कंपनी ने राज्य सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। यह प्लांट 10.50 लाख वर्ग फुट में फैला होगी और भारत के अत्याधुनिक ई-मोबिलिटी निर्माण संयंत्रों में एक होगा।
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