भारत में वाहन स्क्रैपेज पॉलिसी: सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस, हर जिले में खुलेगा स्क्रैप सेंटर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार 15 साल से पुराने वाहनों को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के मुताबिक सरकार ने 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों के चलने पर रोक लगाई है। गौरतलब है कि अक्सर जब कमर्शियल वाहन एवं अन्य गाड़ियां पुरानी हो जाती है तो उसे स्क्रैप करना जरूरी हो जाता है क्योंकि ये गाडियां सामान्य गाड़ियों की अपेक्षा ज्यादा पॉल्यूशन करती है। सरकार की वाहन स्क्रैपिंग पॉलिसी के अंतर्गत सभी वाहनों को एक नियत समय के बाद स्क्रैप करवाना अनिवार्य हो गया है। पर्यावरण सुरक्षा और समाज के हित को देखते हुए यह पॉलिसी बेहद महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वार्षिक कृषि प्रदर्शनी एग्रो विजन 2024 के उद्घाटन के मौके पर बताया कि “मैंने इस संबंध में कल ही पीएम मोदी के मार्गदर्शन में एक फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत भारत सरकार के सभी 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को कबाड़ में बदल दिया जाएगा।”
ट्रक जंक्शन के इस पोस्ट में हम सरकारी वाहन स्क्रैपिंग पॉलिसी के बारे में और इससे जुड़े नवीनतम अपडेट की जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
क्या है नेशनल व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी?
भारत सरकार ने 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को भंगार में भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को स्क्रैप किया जाएगा और नेशनल व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी देश के सभी संबंधित राज्यों को भेजी गई है। बता दें कि सरकार अपने मोटर वाहन स्क्रैप पॉलिसी के तहत 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों को सड़क से हटाने को लेकर प्रतिबद्ध है और सरकार इस पर लगातार काम भी कर रही है।
सरकार भारत के हरेक जिले में कम से कम 3 रजिस्टर्ड वाहन कबाड़ केंद्र खोलने की योजना तैयार की है और चरणबद्ध तरीके से पुराने वाहनों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि जब वाहन बहुत पुराना हो जाता है तो यह प्रदूषण एवं सुरक्षा मानकों पर खड़ा नहीं उतरता। सरकार के इस कदम से प्रदूषण में कमी आएगी और प्रदूषण कम होने से लोगों के जीवन स्तर एवं रहन सहन में बदलाव आता है। प्रदूषण कम होने से कई बीमारियां जैसे अस्थमा, टीवी, एलर्जी आदि में कमी आती है और लोग ज्यादा स्वस्थ जीवन जी पाते हैं।
वाहन स्क्रैप करनी है जरूरी
वाहन स्क्रैप करवाना बेहद जरूरी होता है, जिसके कई कारण हैं। पुराने वाहनों में नए वाहन की तुलना में ज्यादा ईंधन का उपयोग होता है। यही कारण है कि पुराने वाहन, नए वाहन से ज्यादा प्रदूषण करते हैं। अतः यह जरूरी है कि समय के साथ पुराने वाहनों को स्क्रैप करके नया वाहन खरीदा जाए। नए वाहन से ईंधन लागत में कमी आती है और इससे वाहन मालिक की इनकम में भी वृद्धि होती है। इसके अलावा पुराना वाहन स्क्रैप करवाना सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है। पुराने वाहनों का उपयोग करना सेफ्टी मानदंडों पर खरा नहीं उतरता है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए ऐसे वाहनों को स्क्रैप करके नवीनतम सुरक्षात्मक फीचर्स से लैस वाहन खरीदना जरूरी है। वाहन स्क्रैप के कई आर्थिक लाभ भी हैं जैसे इससे ईंधन लागत में कमी आती है साथ ही पुराने वाहनों को स्क्रैप करने से उसके रखरखाव या मेंटनेंस में हो रहे ज्यादा खर्च में भी कमी आती है।
पुराने वाहन स्क्रैप करने के लाभ
अगर आप पुराने वाहन को स्क्रैप करना चाहते हैं तो इसके कई लाभ हैं। पुराने वाहन स्क्रैप करके आप सरकारी छूट और सब्सिडी का लाभ प्राप्त का सकते हैं, इन पैसों का इस्तेमाल आप नए वाहन खरीदने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा आप पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग करके और नए वाहन का इस्तेमाल कर सुरक्षित परिवहन और पर्यावरण में भी अपना बहुमूल्य योगदान देते हैं। अगर आप वाहन मालिक हैं तो पुराने वाहन को स्क्रैप कर अपने कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं। साथ ही वाहन स्क्रैप करवाने पर सरकार नए वाहनों की खरीदी पर टैक्स छूट भी प्रदान करती है। टैक्स छूट मिलने से वाहन खरीदने की लागत कम हो जाती है।
वाहन स्क्रैप से सामाजिक लाभ
पुराने वाहन की स्क्रैपिंग से कई सामाजिक लाभ भी प्राप्त होते हैं जैसे प्रदूषण में कमी, दुर्घटनाओं में कमी, ट्रैफिक में कमी आदि। साथ ही स्क्रैप करने से रीसाइक्लिंग के प्रोसेस को बढ़ावा मिलता है। इससे देश में रोजगार के नए साधन विकसित होते हैं। साथ ही देश में उच्च स्तर का ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर भी सुनिश्चित हो पाता है।
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