Posted On : 22 February, 2024
उत्तरप्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। राज्य में योगी सरकार ने 68 किलोमीटर लंबा एक विशाल रिंग रोड बनाने की तैयारी कर ली है। यह परियोजना 900 करोड़ रुपए की लागत से पूरी की जाएगी। बता दें कि हाल ही में केंद्र की ओर से रिंग रोड बाईपास फेज 2 निर्माण के लिए 283.86 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई है। इससे राज्य के व्यापक गांवों को लाभ होगा। जिसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य भी अंतिम चरण में चल रहा है। भूमि अधिग्रहण की जद में यूपी के कुछ राजस्व गांव खरौना, रेभा, बधवरिया, मनीपुर राघव, बिराहिमपुर, बरियापुर, चचकापुर, भरथीपुर, लोनियापुर, रायपुर फुलवाड़ी आदि शामिल है। यह पूरा निर्माण मुख्य तौर पर अमेठी जनपद में किया जाएगा।
रिंग रोड एक सर्कुलर एक्सप्रेस वे होती है, जिसमें एक पूरे शहर को घेरकर रिंगनुमा आकार का बड़ा रोड बनाया जाता है। उस शहर को रिंगनुमा रोड की मदद से कई तरीकों से जोड़ा जाता है ताकि शहर के बीच के ट्रैफिक को कम किया जा सके और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुधार लाया जा सके।
रिंग रोड निर्माण से व्यापक लाभ होता है। इससे ज्यादा जनसंख्या वाले शहर में जुड़ाव स्थापित हो पाता है और ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होता है। इस रोड के कई फायदे हैं जो इस प्रकार हैं :
ट्रैफिक नियंत्रण : शहर के अंदर के ट्रैफिक को कम करने और शहर के मुख्य रास्तों को क्लियर रखने के लिए अक्सर रिंग रोड का निर्माण किया जाता है, जो ट्रैफिक नियंत्रण में मदद करती है और लोगों को आसानी से शहर के अंदर ट्रांसपोर्ट की सुविधा प्राप्त हो जाती है।
व्यवसायिक विकास : यूपी में हो रहे इस रिंग रोड के निर्माण से व्यावसायिक विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। रिंग रोड से जुड़ने से लोगों की यात्रा कम से कम समय में पूरी हो जाती है। यह रोड शहर के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ती है। इससे क्षेत्र में व्यापार को बल मिलता है।
निर्माणात्मक विकास : रिंग रोड के निर्माण से बिजली, पानी, सीवरेज आदि की व्यवस्था भी सुधरती है और क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ती है। इस रोड से निर्माण के साथ साथ सार्वजनिक सुविधाओं का विकास तेजी से होता है।
Facebook - https://bit.ly/TruckFB
Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
YouTube - https://bit.ly/TruckYT