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24 Jun 2021
Automobile

साल 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य

By News Date 24 Jun 2021

साल 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य

देश में 22 लाख ड्राइवरों की कमी दूर करने के लिए खुलेंगे ड्राइविंग स्कूल

देश में हर साल डेढ़ लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। यातायात नियमों की अवहेलना, खस्ताहाल परिवहन व्यवस्था आदि कारणों से दुर्घटनाएं ज्यादा होती है। अब सड़कों और हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से कड़े कदम उठाए जाएंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारतीय सड़कों पर सड़क की गुणवत्ता और सुरक्षा उपायों पर जोर देगा और चार ‘ई’ पर काम करेगा। मंत्रालय ने 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। साथ ही देश में 22 लाख ड्राइवरों की कमी को दूर करने के लिए 2 हजार ड्राइविंग स्कूलों को खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 


सडक़ दुर्घटनाओं में कमी के लिए सरकार का प्लान

पिछले दिनों उद्योग निकाय फिक्की की ओर से आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आश्वासन दिया है कि आगामी तीन वर्षों में देश में सड़क दुर्घटना के मामलों में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आएगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सड़कों की गुणवत्ता के साथ-साथ सुरक्षा उपायों में सुधार करके 2024 से पहले सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने का लक्ष्य रखा है। गडकरी ने बताया कि मंत्रालय ने सड़क सुरक्षा उपायों को 2030 तक पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अगर हम इसमें देरी करेंगे तो तब तक 6-7 लाख देशवासी अपनी जान गवां चुके होंगे, इसलिए नए सुधारों को पहले ही लागू करने की कोशिश की जाएगी।


देश में हर साल 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं, सड़कों को सुरक्षित बनाना होगा

फिक्की के वर्चुअल कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में हर साल करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है। मेरा लक्ष्य 2024 से पहले देश की सड़कों को सुरक्षित बनाना है। हम मौतों और दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी लाने के लिए बेहतर प्रयास करेंगे। वर्तमान में, भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण प्रतिदिन 400 से अधिक लोगों की मौत होती है। भारत में सालाना पांच लाख सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.5 लाख मौतें दर्ज की जाती हैं। नितिन गडकरी ने इस रिकॉर्ड को पिछले सात वर्षों में अपने मंत्रालय की सबसे बड़ी विफलता बताया था।  


सड़क इंजीनियरिंग की समस्याओं के कारण 50 फीसदी सड़क दुर्घटना

गडकरी ने बताया कि मंत्रालय सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग 50 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं सड़क इंजीनियरिंग की समस्याओं के कारण होती हैं। गडकरी ने आंकड़ों को कम करने के लिए भारतीय सड़कों पर सड़क की गुणवत्ता और सुरक्षा उपायों पर जोर दिया।


सड़क सुरक्षा के चार 'ई' को मजबूत करेगा मंत्रालय

गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय सड़क सुरक्षा के चार 'ई' - इंजीनियरिंग (सड़क और ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग सहित), इकोनॉमी, इंफोर्समेंट और एजुकेशन मजबूत करके सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। 


सड़क सुरक्षा गतिविधियों में अधिक सहयोग करें बीमा कंपनियां

गडक़री के अनुसार बीमा कंपनियों के सहयोग से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी के लिए बीमा कंपनियों को सड़क सुरक्षा गतिविधियों के संबंध में अधिक सहयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों का जीवन बचने से प्रत्यक्ष रूप से बीमा कंपनियों को फायदा होता है, इसलिए, वे विभिन्न सड़क सुरक्षा गतिविधियों के लिए अपना सहयोग बढ़ा सकते हैं. लेकिन वर्तमान समय में बीमा कंपनियों का सहयोग बहुत नगण्य है, और सरकारी बीमा कंपनियों का सहयोग तो शून्य है।


देश में 2 हजार ड्राइविंग स्कूल खुलेंगे

गडकरी ने कहा कि देशभर में 22 लाख ड्राइवरों की कमी है। इसने सरकार को विशेष रूप से पिछड़े जिलों में 2 हजार ड्राइविंग स्कूलों की योजना बनाने के लिए प्रेरित किया है। गडकरी ने बताया कि उनका मंत्रालय एक इंटेलीजेंट यातायात प्रणाली बना रहा है। इसके अलावा एक स्वतंत्र सड़क सुरक्षा परिषद की स्थापना करने की भी योजना है, जिसकी अध्यक्षता एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी करेंगे।

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