जानें DEVi योजना में शामिल बसों की प्रमुख विशेषताएं
दिल्ली सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इनिशिएटिव (DEVI) के तहत 400 नई इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतार दिया है। यह पहल राजधानी में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सिस्टम को और अधिक मजबूत और टिकाऊ बनाने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है। वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर 2,000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें संचालित हो रही हैं। नई 400 बसों के साथ यह संख्या और बढ़ेगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस नई बस सेवा का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि साल के अंत तक 2,080 और इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क में जोड़ी जाएंगी। DEVI योजना के तहत महिलाएं इन बसों में मुफ्त यात्रा कर सकती हैं, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुरक्षित और सुलभ होती है। आइए, इस खबर को विस्तार से जानते हैं।
DEVI योजना की बसों की खासियत
दिल्ली सरकार की नई DEVI बसों में 23 सीटें हैं, जिनमें 6 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। महिलाओं को पिंक टिकट प्रदान की जाएगी और सामान्य किराया 10 रुपए से 30 रुपए के बीच होगा। इन बसों में 13 से 15 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं, और एक व्हीलचेयर की जगह भी होगी।
बसों में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) से सुसज्जित हैं, जिसमें रियल-टाइम पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम, लाइव लोकेशन ट्रैकिंग, सीसीटीवी निगरानी, स्टॉप अनुरोध बटन, अग्नि संसूचन एवं अलार्म प्रणाली, और वाहन स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली शामिल हैं। इन बसों में केवल 15 यात्री ही खड़े होकर सफर कर सकते हैं, जिससे यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित होगी। एक विशेष बात यह है कि ये बसें महज 30 मिनट में पूरी तरह से चार्ज हो जाती हैं और चार्ज होने के बाद 150 किलोमीटर तक दौड़ सकती हैं।
सकरी गलियों और छोटे रूट पर इन बसों का संचालन
दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को हर कॉलोनी और मोहल्ले तक पहुंचाने के लिए एक बड़ी पहल की है। इन DEVI बसों के संचालन से पहले रूटों का सर्वे किया गया था ताकि इन बसों के लिए सबसे उपयुक्त मार्ग चुने जा सकें। पहले की बड़ी बसें सकरी गलियों और तंग रास्तों पर नहीं जा पाती थीं, जिससे लोगों को यात्रा में कठिनाई होती थी। अब, DEVI बसें छोटे और संकरे रूट पर आसानी से चलने के लिए डिजाइन की गई हैं, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी और हर इलाके तक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा पहुंचेगी। बसें हर 10 मिनट के अंतराल पर चलेंगी, जिससे यात्रियों को समय पर और सुविधाजनक सेवा मिलेगी।
DEVI पहल में JBM समूह की बड़ी भागीदारी
इन 400 नई बसों में से 120 बसों का निर्माण JBM समूह ने किया है, जो गाजीपुर डिपो से संचालित होंगी। इससे पहले भी JBM ने दिल्ली में 650 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें तैनात की हैं, जो राजधानी के इलेक्ट्रिक बस बेड़े का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इस अवसर पर जेबीएम ऑटो के उपाध्यक्ष निशांत आर्य ने कहा, “यह शुभारंभ सरकार और उद्योग के बीच सहयोग की मिसाल है, जो शहरी परिवहन को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है। हमारा लक्ष्य सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें बनाना नहीं, बल्कि एक संपूर्ण परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करना है जो स्वच्छ ऊर्जा, स्मार्ट ट्रांसपोर्ट और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को साथ लाता है।”
इस साल के अंत तक 2080 और ई बसें जोड़ी जाएंगी
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि वर्ष 2025 के अंत तक 2,080 और इलेक्ट्रिक बसें जोड़ी जाएंगी, जिससे शहर में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 8,280 तक पहुंच जाएगी। यह पहल दिल्ली को देश में सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस नेटवर्क बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
DEVI योजना के माध्यम से दिल्ली सरकार न केवल पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शा रही है, बल्कि नागरिकों को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने की दिशा में भी अग्रसर है।
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