Posted On : 14 December, 2024
भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए केंद्र सरकार लगातार कार्य कर रही है। भारत की सड़कें भी अमेरिका की तरह दिखे इसके लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय कई तरह से नवाचार कर रहा है। भारत की सड़कों पर विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। पिछले कुछ सालों में देश में एक्सप्रेसवे, नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे का जाल बहुत तेजी से फैला है। अब एक शहर से दूसरे शहर तक जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सड़कें मिल रही है। इस दिशा में एक नया कदम उठाते हुए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 30 हजार करोड़ रुपए की नौ परियोजनाओं की घोषणा की है। ये सभी परियोजनाएं राजस्थान के लोगों की जिंदगी में अहम बदलाव लाएगी। आइए, ट्रक जंक्शन की इस खबर में इन 9 परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानें।
जयपुर एग्जीबिशन और कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 'राइजिंग राजस्थान' का आयोजन 9 से 11 दिसंबर 2024 तक किया गया है। इस समिट के दूसरे दिन 'इन्फ्रास्ट्रक्चर-एन इम्पोर्टेन्ट लिंक इन द सप्लाई चेन' पर केंद्रित सेशन में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे और राजस्थान के लिए 30,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 800 किलोमीटर लंबी 9 परियोजनाओं की घोषणा की। इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। उनके इस संकल्प को साकार करने तथा भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए केन्द्र सरकार लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए पानी, ऊर्जा, परिवहन और संचार मूलभूत आवश्यकताएं हैं। इन चारों क्षेत्रों को विकसित करने से देश की प्रगति सुनिश्चित है।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने राजस्थान के लिए 30 हजार करोड़ रुपए लागत की 800 किमी. लंबी जिन 9 परियोजनाओं की घोषणा की है, उनमें 6500 करोड़ की लागत से उत्तरी जयपुर रिंग रोड, 6800 करोड़ की लागत से कोटपूतली से आगरा ग्रीनफील्ड हाइवे, 12 हजार करोड़ की लागत से जयपुर-किशनगढ़-जोधपुर से अमृतसर ग्रीनफील्ड हाइवे, 538 करोड़ की लागत से पाली में रायपुर से जस्साखेड़ा तक एलीवेटेड रोड निर्माण, 1400 करोड़ की लागत से नागौर से नेत्रा तक सड़क निर्माण, 500 करोड़ से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर में बाइपास, 1400 करोड़ की लागत से झुन्झुनू-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण, 600 करोड़ की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर- नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क निर्माण, 400 करोड़ की लागत से कुंडल-झाड़ौद खण्ड के भू-स्खलन क्षेत्र में सुधार कार्य शामिल हैं।
अगर किसी क्षेत्र का इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत होता है तो वहां विकास की ज्यादा संभावनाएं होती है। राजस्थान में बुनियादी सड़क तंत्र को विकसित करने में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का भी विशेष सहयोग रहा है। प्रदेश के मरुस्थलीय क्षेत्र में 2 हजार किलोमीटर लंबाई के राजमार्गों का निर्माण के साथ कई कस्बों और शहरों में बाइपास और रिंग रोड का निर्माण कर यातायात को सुगम बनाया गया है। उपरोक्त 9 परियोजनाओं का निर्माण पूरा होने पर राजस्थान के विकास को नई गति मिलेगी। दो दर्जन से ज्यादा शहरों का जुड़ाव देश के दूसरे बड़े शहरों से होगा।
अगर आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पिकअप, इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों, इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, मिनी ट्रक, ट्रक, टिपर या ट्रांजिट मिक्सर आदि खरीदना चाहते हैं या इससे जुड़े फीचर्स और कीमत की जानकारी लेना चाहते हैं तो ट्रक जंक्शन पर विजिट कर आप अपने बिजनेस के लिए सही वाहनों का चुनाव कर सकते हैं। साथ ही उस पर चल रहे ऑफर की भी जानकारी ले सकते हैं।
Facebook - https://bit.ly/TruckFB
Instagram - https://bit.ly/TruckInsta
YouTube - https://bit.ly/TruckYT