पियाजियो व्हीकल्स : दिल्ली सहित कई राज्यों ने ई मोबिलिटी को किया प्रोत्साहित
बात करते हैं पियाजियो व्हीकल्स की। यह कंपनी भारत में इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों की हिस्सेदारी को लेकर खासी उत्साहित दिखाई दे रही है। कंपनी को उम्मीद है कि भारत में इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन की बिक्री में उसकी हिस्सेदारी आगामी दो-तीन वर्षों में तिगुनी हो जाएगी। इसकी खास वजह यह भी है कि डीजल और पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ रही हैं। दूसरी ओर इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन को इससे फायदा मिल रहा है। सरकारी प्रोत्साहन भी बराबर मिल रहा है। ई मोबिलिटी में बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिए उपभोक्ता वरीयताओं को प्रभावित करते हैं। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पिछले चार महीनों में पियाजियो व्हीकल्स ( Piaggio Vehicles ) की कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर्स का वर्चस्व बढा है। दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई राज्य ई मोबिलिटी को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके लिए इन सरकारों ने बाकायदा नीतियां घोषित की हैं। गौरतलब है कि हाल ही दिल्ली सरकार ने तो 4 हजार इलेक्टिक ऑटो रिक्शा दिल्ली की सडक़ों पर उतारे हैं। कंपनी ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि आगामी दो-तीन वर्षों में तिपहिया खंड में इलेक्ट्रिक वाहनों की पहुंच करीब 20 से 30 प्रतिशत तक हो जाएगी। यह भी आपको बता दें कि पियाजियो को मुख्यालय इटली के पोंटेडेरा में है लेकिन भारत में महाराष्ट्र राज्य के बारामती में इसकी विनिर्माण इकाइयां हैं।
चार महीनों में दस प्रतिशत बढ गई थ्री व्हीलर्स की बिक्री
पियाजियो व्हीकल्स के साथ प्लस प्वाइंट यह है कि इसके इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर्स की बिक्री चार महीनों में लगभग शून्य से बढ कर 10 प्रतिशत हो गई है। इसके पीछे कंपनी प्रबंधन की प्रोगेसिव और इनोवेटिव सोच है। पियोजियो कंपनी का विजन है कि विकास और भी अधिक हो सकता है बशर्त गहन स्थानीयकरण के लिए आपूर्ति श्रृंखला में निवेश किया जाता है। कंपनी अधिकारी ग्रैफी ने कहा कि अभी हम पावरट्रेन का आयात करते हैं, इससे लागत में बढोतरी होती है। जल्द ही इस पर भी गहतना से विचार किया जाएगा।
बैटरी की कीमतों में गिरावट की उम्मीद
पियाजियो कंपनी सहित इलेक्ट्रिक वाहन उत्पाद करने वाले उद्योगों के हितधारकों को उम्मीद है कि आगामी कुछ वर्षों में इस सेगमेंट में ई मोबिलिटी की ओर उल्लेखनीय बदलाव होंगे। वहीं यदि अधिग्रहण लागत की बात की जाए तो डीजल और सीएनजी से संचालित विकल्पों की तुलना में इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों की अधिग्रहण लागत 10, 000 से 50, 000 रुपये अलग-अलग राज्यों के आधार पर ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए सीएनजी के लिए 1.50 रुपये प्रति किलोमीटर की तुलना में चलने की लागत 50 पैसे प्रति किलोमीटर पर काफी कम है। कंपनी को यह भी उम्मीद है कि आगामी कुछ वर्षों में बैटरी की कीमतों में भी गिरावट आएगी। इसके पीछे कारण यह है कि सरकारें ई मोबिलिटी को प्रोत्साहित करना चाह रही हैं।
लोकडाउन में ढील के बाद तेजी से बढी मांग
पियाजियो ने यह भी कहा कि दूसरी कोरोना लहर में राज्य सरकारों ने लोकडाउन में जैसे ही ढील दी तो कार्गो वाहन की अच्छी डिमांड देखी गई। इसका फायदा पियोजियो व्हीकल्स को भी मिला। खास तौर पर पश्चिम और उत्तर भारत के राज्यों के ऑटो बाजारों में इसी तरह का रुझान रहा। आगामी कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही में थ्री व्हीलर्स की मांग में और तेजी आने की संभावना है। इस वित्तीय वर्ष में स्थानीय स्तर पर तिपहिया वाहनों की सेल वित्त वर्ष 2021 के स्तर के अनुरूप ही होगी। पियाजियो ने पिछले वित्त वर्ष में घरेलू बाजार में 62,730 तिपहिया वाहनों की बिक्री की, जो वित्त वर्ष 2015 में बेची गई 152,336 इकाइयों से 59% कम है। देश में कुल मिलाकर 216,197 तिपहिया वाहनों की बिक्री हुई।
ये हैं कंपनी के आगामी लक्ष्य
पियाजियो व्हीकल्स ने यह भी कहा कि वर्तमान वर्ष 2021 में वह 100, 000 इकाइयों के अपने बिक्री लक्ष्य को हासिल करने पर काम कर रहा है। यह लोकडाउन के प्रतिबंधों पर भी निर्भर करेगा। जहां तक इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों का सवाल है तो इसमें पियाजियो के पास वैश्विक स्तर के उत्पाद उपलब्ध हैं। इसके अलावा भारत में मध्यम आकार की बाइक्स बाजार में प्रवेश करने के अपने इरादे पर भी कंपनी कायम है। अभी लांच की समय रेखा तय की जानी है।
भारत में पियाजियो के टॉप 7 थ्री व्हीलर्स
भारत में पियाजियो व्हीकल्स के सात टॉप थ्री व्हीलर्स अलग-अलग वेरिएंटस में उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 1.92 लाख से लेकर 3.55 लाख तक है। आपकों बताते हैं कि ये सात थ्री व्हीलर्स पियाजियो आपे एक्ट्रा-एलडीएक्स, पियाजियो आपे डीएक्स, पियाजियो आपे सिटी, पियाजियो आपे सिटी प्लस, पियाजियो आपे ई सिटी, और पियाजियो आपे डीएक्सएल और पियाजियो आपे प्लस हैं।