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17 सितंबर 2021

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण मार्च 2023 में होगा पूरा

By News Date 17 Sep 2021

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण मार्च 2023 में होगा पूरा

Delhi Mumbai Expressway : दिल्ली-मुंबई का सफर 24 घंटे से घटकर महज 12 घंटे में 

इन दिनों यदि किसी नए एक्सप्रेसवे की चर्चा सबसे ज्यादा है तो वह है दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे।  जी, हां। यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे बड़ा हाइवे है जिसकी लंबाई 1380 किलोमीटर है। 98,000 करोड़ की लागत वाली दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना पर बहुत तेजी से कार्य चल रहा है। केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2023 में पूरा हो जाएगा। 

इस नए एक्सप्रेस-वे से दिल्ली से मुंबई तक सफर 24 घंटे से घट कर महज 12 घंटों में होने की उम्मीद है। यहां बता दें कि केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के साथ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के ड्रीम प्रोजेक्ट का दौरा किया। यह भी तय है कि  देश की राजधानी दिल्ली और इकोनॉमिटक केपिटल मुंबई इस ड्रीम हाइवे प्रोजेक्ट से जुडऩे के बाद भारत के ट्रांसपोर्ट व्यवसाय सहित अन्य तमाम व्यापारिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर कमर्शियल वाहनों जैसे ट्रक, पिकअप, थ्री व्हीलर, मिनी ट्रक सहित अन्य वाहनों का संचालन होगा। जानतें हैं इस एक्सप्रेसवे से और क्या-क्या मिलेंगे फायदे। 
 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी होगी तेज 

यहां बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 2023 में पूरा होने के बाद जहां दिल्ली से मुंबई तक का सफर बहुत आसान हो जाएगा वहीं दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात से गुजरने वाले इस नए एक्सप्रेसवे के कारण दिल्ली और मुंबई के बीच सडक़ मार्ग से कनेक्टिविटी बहुत तेज हो जाएगी। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य 2023 में पूरा हो जाएगा। इतना ही नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के कारण दिल्ली के शहरी केंद्रों को कॉरिडोर के दिल्ली-फरीदाबाद- सोहना के खंड के साथ-साथ जेवर एयरपोर्ट और नेहरू एयरपोर्ट को भी जोड़ेगा। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महराष्ट्र के छह राज्यों से गुजरने वाले इस एक्प्रेसवे से जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौडग़ढ, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, बडोदरा, सूरत जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी बढेगी। इससे लाखों लोगों को आर्थिक समृद्धि का रास्ता खुलेगा।  


दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट भी होगा लांच 

केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस वे का हरियाणा के सीएम मनोहरलाल के साथ दौरा करने के बाद सोहना में प्रैसवार्ता में मीडिया के सामने कहा कि दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे भी दो साल के अंदर लांच किया जाएगा। इससे वर्तमान 727 किलोमीटर की दूरी कम होकर 572 किलोमीटर रह जाएगी। इससे छह घंटे में ही कटरा पहुंंच सकेंगे। गडकरी ने यह भी बताया कि जल्द ही दिल्ली से चंडीगढ़, दिल्ली से देहरादून और दिल्ली से हरिद्वार पहुंचने वाली सडक़ को विकसित किया जाएगा। इससे यह सडक़ मार्ग घंटे में तय किया जा सकेगा। यहां यह गौरतलब है कि दिल्ली-एक्सप्रेसवे के अलावा देश में और भी कई एक्सप्रेसवे और इलेक्ट्रिक हाइवे की परियोजनाएं चल रही हैं। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर भारत के ट्रांसपोर्ट और ऑटोमोबाइल व्यवसाय इन दोनों को जबर्दस्त फायदा होने वाला है। 


जानें, क्या हैं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की खासियतें

  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद देश को 320 मिलियन लीटर से अधिक की वार्षिक ईंधन की बचत होगी। वहीं वाहन प्रदूषण  घटेगा। 
  • इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली और और मुंबई की दूरी का सफर 24 घंटे से घट कर 12 घंटे रह जाएगा। वहीं एक्सप्रेस बनने से वर्तमान दूरी के हिसाब से  130 किलोमीटर कम दूरी होगी। 
  • एक्सप्रेसवे में दो आइकोनिक 8 लेन सुरंगे भी शामिल होंगी जो देश के इंजीनियरिंग कौशल के लिए एक मिसाल होंगी। इसके साथ मुकुंदर अभ्यारण्य के वन्यजीवों की आसान मूवमेंट के लिए 4 किलोमीटर के लिए क्षेत्र में लुप्तप्राय: जीवों को परेशान किए बिना दूसरी माथेरान के ईको सेंसिटिव जोन में 4 किलोमीटर लंबी लेन सुरंग से गुजरेगी। 
  • दिल्ली-मुंबई परियोजना के लिए 80 लाख टन सीमेंट की खपत होगी जो भारत की वार्षिक सीमेंट उत्पादन क्षमता का लगभग 2 प्रतिशत है। 
  • इस परियोजना की शुरूआत 9 माच्र 2019 को हुई थी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल 1,380 किलोमीटर की दूरी में से 1200 किलोमीटर से अधिक के अनुबंध पहले ही दिए जा चुके हैं। इनका कार्य प्रगति पर है। 

 

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