Posted On : 25 January, 2022
इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें वर्तमान में डीजल और पेट्रोल वाहनों से कहीं ज्यादा हैं इसलिए अनेक लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से कतराते हैं लेकिन इस महंगाई का मुख्य कारण देश में उच्च शक्ति की बोर्ड चार्जिंग सुविधा की कमी है। अभी अधिकांश कंपनियां वाहनों को आउटलेट पर ही चार्ज करती हैं ऐसे में ये वाहन काफी महंगे हैं। बता दें कि अब आईआईटी बीएचयू ने ऑन बोर्ड चार्जर की नई तकनीक विकसित की है। इसकी मदद से सभी दो पहिया और चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की उपलब्धता आसान हो जाएगी। आइए, जानते हैं क्या आईआईटी बीएचयू की यह नई तकनीक क्या है? इससे कैसे होंगे इलेक्ट्रिक वाहन सस्ते?
बता दें कि इलेेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी चार्ज करना वर्तमान में महंगा साबित हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की टीम ने ऑन बोर्ड चार्जिंग की नई तकनीक विकसित की है। बीएचयू में कार्यरत इस टीम ने इस नई तकनीक का लैब स्तर पर सफल परीक्षण भी कर लिया है। इसमें सुधार और व्यवसाय के स्तर पर काम चल रहा है। तकनीक में आईआईटी गुहावटी और आईआईटी भुवनेश्वर के विशेषज्ञ भी सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा देश की कई इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनियों ने भी इस नई तकनीक में खासी रुचि दिखाई है।
बीएचयू की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों में ऑन बोर्ड चार्जिंग की नई तकनीक से इलेक्ट्रिक वाहन करीब 50 प्रतिशत सस्ते होने की संभावना है। बता दें कि वैसे वाहनों में अभी भी ऑन बोर्ड चार्जर की सुविधा है लेकिन इसकी चार्जिंग क्षमता कम होने से यह इतना लाभप्रद साबित नहीं हो पा रहा है। अब नई तकनीक वाला ऑन बोर्ड चार्जर अधिक क्षमतावाला होगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों को संचालित करने वाली बैटरियां कैसे अन्य बैटरियों से भिन्न होती हैं? आपको बता दें कि एक इलेक्ट्रिक बैटरी जिसका उपयोग बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन में इलेक्ट्रिक मोटर्स को बिजली देने के लिए किया जाता है ये रिचार्जेबल बैटरी होती है। यह आम तौर पर लिथियम-ऑयन बैटरी होती है। इन बैटरियों को उच्च एम्पीयर घंटे या किलोवाट क्षमता के लिए डिजायन किया गया है। वहीं इलेक्ट्रिक बैटरियां स्टार्टिंग, लाइटिंग और इग्निशन बैटरी से भिन्न होती है। इसमें लगातार समय पर पावर देने के लिए डिजायन किया जाता है। इन बैटरियों में विशिष्ट ऊर्जा होती है।
बता दें कि आधुनिक इलेक्ट्रिक वाहनों में सबसे आम बैटरी प्रकार लिथियम-ऑयन और लिथियम पॉलीमर हैं। इनके वजन की तुलना में इनका ऊर्जा घनत्व उच्च होता है। वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों में उपयोग की जाने वाली अन्य प्रकार की रिचार्जेबल बैटरी में लीड एसिड बाढ़ गहरे चक्र और वाल्व विनियमित लीड एसिड, निकल- कैडमियम, निकल धातु हाइड्राइड, जस्ता, सोडियम निकल शामिल हैं।
यहां बता दें कि इलेक्ट्रिक बैटरी में दोनो ही स्थितियों के लिए उपयुक्त है। इसे कैमिस्ट्री के विपरीत विशेष रूप से निकल-कैडमियम, लिथियम-ऑयन बैटरी को दैनिक और किसी भी स्थिति में डिस्चार्ज और रिचार्ज किया जा सकता है। इसके अलावा बैटरी पैक बीईवी या एचईवी की एक विशेष लागत बनाता है। दिसंबर 2019 तक इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी की लागत 2010 के मुकाबले प्रति किलोवाट घंटे के आधार पर 87 प्रतिशत गिर गई। वर्तमान में इलेक्ट्रिक रेंज वाले वाहन जैसे टेस्ला मॉडल एस का व्यावसायिकरण किया गया है।
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